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बिहार NDA टूट की कगार पर! नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज

कई मौकों पर जेडीयू ने यह साफ कर दिया है कि उनके पार्टी का गठबंधन बीजेपी से है न कि लोजपा से. ऐसे में कहना गलत नहीं होगा कि बिहार एनडीए में इस वक्त काफी उठापटक की स्थिति बनी हुई है. चुनाव से पहले ऊंट किस करवट बैठेगा, यह देखना दिलचस्प होगा.

चिराग पासवान की फाइल फोटो चिराग पासवान की फाइल फोटो
रोहित कुमार सिंह
  • पटना,
  • 13 अगस्त 2020,
  • अपडेटेड 11:58 AM IST

  • बिहार चुनाव से पहले नेताओं के तल्ख बयान
  • एनडीए के नेताओं में आरोप-प्रत्यारोप शुरू

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के बीच में टकराव बढ़ता जा रहा है. दोनों नेताओं के बीच में तल्खी अब इतनी बढ़ चुकी है कि दोनों एक दूसरे के खिलाफ खुलकर बयानबाजी कर रहे हैं. इसी क्रम में नीतीश कुमार के पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद ललन सिंह ने बुधवार को चिराग पासवान की तुलना कालिदास से कर दी. ललन सिंह ने कहा कि चिराग पासवान कालिदास की तरह हैं, जिस डाल पर बैठते हैं उसी को काट रहे हैं.

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दरअसल, चिराग पासवान पिछले कुछ महीनों से नीतीश कुमार पर पूरी तरीके से आक्रामक हैं. मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 संक्रमित 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान बिहार में टेस्टिंग बढ़ाने की बात कही थी. प्रधानमंत्री के इस बयान को लेकर लोक जनशक्ति पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के जरिए एक ट्वीट किया जिसमें कहा कि उनकी पार्टी नीतीश कुमार से लगातार बिहार में टेस्टिंग बढ़ाने की बात कह रही है मगर अब लगता है कि प्रधानमंत्री के कहने के बाद बिहार में टेस्टिंग की रफ्तार बढ़ेगी.

कालिदास बनाम सूरदास?

लोक जनशक्ति पार्टी के इसी ट्वीट पर जेडीयू सांसद ललन सिंह भड़क गए और चिराग पासवान की तुलना कालिदास से की. ललन सिंह ने कहा, “चिराग एनडीए में रहकर विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं. मगर नीतीश उन पर कोई ध्यान नहीं देते हैं. बस अपना काम करते हुए. कालिदास जैसे होते हैं, जिस डाल पर बैठते हैं उसी को काटते हैं.”

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ललन सिंह के चिराग पासवान की तुलना कालिदास से करने पर एलजेपी ने भी पलटवार किया और ललन सिंह को सूरदास बता दिया. एलजेपी प्रवक्ता मोहम्मद अशरफ ने यहां तक कह दिया कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री मोदी के आशीर्वाद से बिहार के मुख्यमंत्री बने हुए हैं. “चिराग पासवान ने प्रधानमंत्री मोदी के बिहार में टेस्टिंग बढ़ाने की बात को दोहराया था. मुझे लगता है कि ललन सिंह सूरदास हो गए हैं जिन्हें अच्छा और बुरा कुछ नहीं दिख रहा है. ऐसा लगता है कि ललन सिंह प्रधानमंत्री मोदी को ही उंगली दिखा रहे हैं जिनके आशीर्वाद से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने हुए हैं.”, लोजपा प्रवक्ता मोहम्मद अशरफ ने कहा.

सीट शेयरिंग पर फंस रही बात

सूत्र बताते हैं कि बिहार एनडीए में विधानसभा चुनाव से पहले सीट शेयरिंग के मुद्दे का निपटारा नहीं हो रहा है. इसी को लेकर चिराग लगातार नीतीश कुमार पर हमला बोल रहे हैं. चिराग पासवान विधानसभा चुनाव में कम से कम 47 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं मगर नीतीश कुमार उनकी पार्टी को केवल 25 - 30 सीटें देने के मूड में हैं. इसी बात को लेकर चिराग पासवान पिछले कई दिनों से नाराज चल रहे हैं और लगातार मुख्यमंत्री पर हमलावर हैं.

चिराग पासवान ने नीतीश कुमार को बिहार में गिरती कानून व्यवस्था, प्रवासी मजदूरों के मुद्दे, कोरोना से लड़ने में बिहार सरकार की असफलता और बिहार में बारिश के हालात को लेकर कई बार पत्र लिखा है मगर एक भी पत्र का नीतीश कुमार ने जवाब नहीं दिया है. अब ऐसे में नीतीश कुमार और चिराग पासवान के बीच में जिस तरीके से तल्खी बढ़ गई है इससे सवाल उठने लगे हैं कि क्या बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए टूट की राह पर है?

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कई मौकों पर जेडीयू ने यह साफ कर दिया है कि उनके पार्टी का गठबंधन बीजेपी से है न कि लोजपा से. वैसे में कहना गलत नहीं होगा कि बिहार एनडीए में इस वक्त काफी उठापटक की स्थिति बनी हुई है. चुनाव से पहले ऊंट किस करवट बैठेगा, यह देखना दिलचस्प होगा.

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