
पेरिस हमले के बाद दुनिया आईएसआईएस के खलीफा अबु बकर अल बगदादी के खिलाफ एकजुट हो गई है. फ्रांस को इस्लामिक स्टेट के खिलाफ जंग में भारत के बाद अब अमेरिका का भी साथ मिल गया है. जी-20 सम्मेलन के आखिरी दिन सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने फिर दोहराया कि इसका खात्मा करना ही होगा.
ओबामा ने फ्रांस से किया यह समझौता
अमेरिका ने फ्रांस के साथ खुफिया जानकारियां साझा करने का समझौता भी किया है. ओबामा ने इस समझौते का ऐलान किया. इस बीच, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दावा किया कि आईएस को 40 देशों से फंडिंग मिलती है और इस आतंकी संगठन को आर्थिक मदद पहुंचाने वालों में जी-20 के कुछ सदस्य देश भी शामिल हैं.
रूस ने साझा की खुफिया जानकारियां
पुतिन ने आईएस पर जी-20 देशों से अपनी खुफिया जानकारियां साझा कीं. इसी दौरान उन्होंने फंडिंग की बात बताई. सम्मेलन के बाद पुतिन ने कहा, 'मैंने उदाहरणों के साथ बताया कि कैसे आईएस तक कुछ मुल्कों से पैसा पहुंच रहा है और इसमें हमारे साथी देश भी शामिल हैं.' साथ ही कहा कि आईएस तेल का गैरकानूनी कारोबार करता है. इसे भी तुरंत प्रभाव से खत्म करने की जरूरत है.
सबूत में दी अंतरिक्ष से ली तस्वीरें
पुतिन ने बताया कि उन्होंने साथी देशों को अंतरिक्ष से ली हुई तस्वीरें भी सौंपी. इन तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि आईएस किस लेवल पर पेट्रोलियम उत्पादों का कारोबार कर रहा है. तस्वीरों में कई किलोमीटर तक लगा गाड़ियों का काफिया दिखाई दे रहा है, जो तेल भरवाने के लिए लाइन में लगी हैं.