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दिल्ली एयरपोर्ट से ISIS का संदिग्ध गिरफ्तार, फेक पासपोर्ट बरामद

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आईजीआई एयरपोर्ट से खूंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस से संबंध के शक में एक शख्स को गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम शाहजहां है. वह केरल का रहने वाला है. उसके पास से फेक पासपोर्ट बरामद किया गया है. आरोपी को टर्की से सीरिया में जाने की कोशिश कर रहा था. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है.

आरोपी का नाम शाहजहां है आरोपी का नाम शाहजहां है
मुकेश कुमार/चिराग गोठी/शिवेंद्र श्रीवास्तव
  • नई दिल्ली,
  • 12 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 11:24 AM IST

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आईजीआई एयरपोर्ट से खूंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस से संबंध के शक में एक शख्स को गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम शाहजहां है. वह केरल का रहने वाला है. उसके पास से फेक पासपोर्ट बरामद किया गया है. आरोपी को टर्की से सीरिया में जाने की कोशिश कर रहा था. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है.

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जानकारी के मुताबिक, आरोपी शाहजहां को टर्की में इसी साल फरवरी में गिरफ्तार किया गया था. वह टर्की के जरिए सीरिया में जाने की कोशिश कर रहा था. आरोपी फेक पासपोर्ट के जरिए चेन्नई से टर्की पहुंचा था. इसेक बाद उसने मो. इस्माइल मोहीद्दीन नाम से एक और फर्जी पासपोर्ट बनाया था. टर्की पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर निर्वासित कर दिया.

बताते चलें कि पिछले साल केरल से 21 युवा लापता हो गए थे. शक जताया गया था कि ये युवा आईएसआईएस में भर्ती होने के लिए सीरिया चले गए. इंडिया टुडे नेटवर्क ने भी खुलासा किया था कि ISIS का इंडिया मॉड्यूल किस तरह देश में, ज्यादातर केरल में, युवाओं को बर्गलाकर भर्ती की नापाक मुहिम को अंजाम देने में लगा हुआ है.

अब्दुल्ला नामक शख्स केरल से 21 युवकों को अफगानिस्तान के जरिए ISIS के गढ़ तक ले जा चुका है. इन युवकों में से दो या तीन इसी साल सुरक्षा बलों की कार्रवाई में मारे जा चुके हैं. इसके बावजूद अब्दुल्ला भारत से अधिक से अधिक भर्ती के लिए हाथ-पैर मारने से बाज नहीं आ रहा. अब्दुल्ला मैसेजिंग ऐप के जरिए ऑडियो क्लिप्स भेजता था.

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अफगानिस्तान में अपने ठिकाने से केरल के लिए प्रसारण में अब्दुल्ला को कहते सुना जा सकता है- 'IS के पास इराक, शाम, लिब्या, खुरासन, अफ्रीका आदि में उससे कहीं ज्यादा इलाका है, जितना तुम समझते हो. यहां बगदादी की हुकूमत चलती है. वो दुनिया के सभी मुस्लिमों के नेता हैं. इसलिए उन्हें बयात (निष्ठा की शपथ) देना अनिवार्य है.'

 

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