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ISRO चीफ बोले- कमेटी कर रही विक्रम लैंडर की जांच, रिपोर्ट के बाद अगली योजना

ISRO चेयरमैन डॉ. के. सिवन ने कहा है कि चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर बेहतरीन काम कर रहा है. उसके सारे पेलोड सही तरीके से काम कर रहे हैं. विक्रम लैंडर के साथ क्या गलत हुआ, इसकी जांच राष्ट्रीय स्तर की कमेटी कर रही है. कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद हम भविष्य की योजना पर काम करेंगे.

इसरो चीफ सिवन ने कहा था कि चंद्रयान-2 मिशन 98 फीसदी सफल रहा. (फोटो-इसरो) इसरो चीफ सिवन ने कहा था कि चंद्रयान-2 मिशन 98 फीसदी सफल रहा. (फोटो-इसरो)
गोपी घांघर
  • नई दिल्ली,
  • 26 सितंबर 2019,
  • अपडेटेड 4:05 PM IST

  • नेशनल लेवल की कमेटी कर रही विक्रम लैंडर की जांच
  • आगे की सभी योजनाओं की अनुमति रिपोर्ट आने के बाद
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो (Indian Space Research Organization - ISRO) के चेयरमैन डॉ. के. सिवन ने कहा है कि चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर बेहतरीन काम कर रहा है. उसके सारे पेलोड (यंत्र) सही तरीके से काम कर रहे हैं. ऑर्बिटर ने चांद की सतह को लेकर प्रयोग करने शुरू कर दिए हैं. हमें लैंडर से कोई सिग्नल नहीं मिला है. लेकिन हमारा ऑर्बिटर अभी भी चांद के चारों तरफ चक्कर लगाते हुए उम्दा प्रदर्शन कर रहा है.

विक्रम लैंडर के साथ क्या गलत हुआ, इसकी जांच राष्ट्रीय स्तर की कमेटी कर रही है. कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद हम भविष्य की योजना पर काम करेंगे. उन योजनाओं के लिए जरूरी प्रक्रियाएं और अनुमतियों की जरूरत पड़ती है. हम इसपर भी काम कर रहे हैं. आपको बता दें कि पांच दिन पहले यानी 21 सितंबर को इसरो चेयरमैन डॉ. के. सिवन ने कहा था कि मिशन चंद्रयान-2 के बाद अब इसरो गगनयान मिशन पर फोकस करेगी.

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इसरो चीफ डॉ. के. सिवन ने शनिवार को कहा कि चंद्रयान-2 के लैंडर से संपर्क नहीं हो पा रहा है. ऑर्बिटर काम कर रहा है. ऑर्बिटर में 8 उपकरण लगे हैं और प्रत्येक इंस्ट्रूमेंट अपना काम ठीक तरीके से कर रहा है. अब हमारी अगली प्राथमिकता गगनयान मिशन है.

डॉ. के. सिवन ने कहा कि चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर शानदार काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि ऑर्बिटर में 8 उपकरण लगे हैं, जिस उपकरण का जो काम निर्धारित है वो एकदम वही काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि ऑर्बिटर से मिली कुछ तस्वीरें जबरदस्त हैं. डॉ. के सिवन ने कहा कि हमने ऑर्बिटर ऐसा डिजाइन किया था कि वो 1 सालों तक काम करता, लेकिन ईंधन के अच्छे इस्तेमाल की वजह से आर्बिटर अब 7.5 साल तक काम करेगा.

इसरो चेयरमैन ने कहा कि विक्रम लैंडर से हमारा संपर्क नहीं हो पा रहा है. उन्होंने कहा कि हमारे वैज्ञानिक लगातार प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश इस बात को समझने पर है कि आखिर विक्रम के साथ क्या दिक्कत आई. इसके बाद हम अगले कदम पर बात करेंगे. इसरो के अगले अभियान गगनयान की चर्चा करते हुए कहा कि अब इसरो की सर्वोच्च प्राथमिकता मिशन गगनयान पर काम करने की है. के सिवन ने कहा कि वैज्ञानिक गगनयान मिशन पर पूरे समर्पण भाव से काम कर रहे हैं.

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