
चांद मिशन के भारतीय स्पेस एजेंसी ISRO ने 2008 में चंद्रयान-1 भेजा था. इस सैटेलाइट ने चांद के ऑर्बिट में कई चक्कर लगाए जिसके बाद 2009 में ISRO के संपर्क इससे टूट गए. लगातार संपर्क नहीं होने की वजह से एजेंसी ने इसे खोया हुआ स्पेसक्राफ्ट मान लिया. लेकिन अब यह मिल गया है.
अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के जेट प्रोपल्सन लैबोरेटरी (JPL) ने इस खोए हुए स्पेसक्राफ्ट को ढूंढ लिया है. इसे चांद के ऑर्बिट में पाया गया है.
इससे पहले जेपीएल के कैलकुलेशन के मुताबिक चंद्रयान-1 चांद के सर्फेस से 200 किलोमीटर ऊपर चक्कर लगा रहा था, लेकिन इसे खोया हुआ मान लिया गया था.
गौरतलब है कि चंद्रयान-1 भारत का पहला चांद मिशन था जिसे 22 अक्टूबर 2008 को श्री हरीकोटा ISRO से प्रक्षेपित किया गया था. इसरो के मुताबिक यह यह उपग्रह चांद की कक्षा में 3400 चक्कर पूरे किए और 9 अगस्त 2009 को यह खोया गया.
जेपीएल के रडार वैज्ञानिक और इस प्रोजेक्ट के प्रिंसिपल इनवेस्टिगेटर ने कहा है, ‘हम नासा के Lunar Reconnaissance Orbiter (LRO) और इसरो के चंद्रयान-1 को चांद के ऑर्बिट में ग्राउंड बेस्ड रेडार के जरिए डिटेक्ट करने में सफल रहे हैं.
Munzir Ahmad