
वायुसेना के बाद अब आईटीबीपी ने भी महिलाओं को नई भूमिका देने का अपना इरादा और पक्का कर लिया है. आईटीबीपी बटालियन का नेतृत्व अब महिलाएं करेंगी. आईटीबीपी चीफ कृष्णा चौधरी ने बताया कि इस फोर्स में अब सुपरवाइजरी ऑफिसर रैंक पर महिला असिस्टेंट कमांडेंट भर्ती की जाएंगी.
500 महिला अफसर ट्रेनिंग पर
आईटीबीपी की सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंगलवार को चौधरी ने यह इरादा दोहराया. चौधरी ने बताया कि आईटीबीपी की योजना फोर्स में एक तिहाई महिलाओं को भर्ती करने की है. 500 नई भर्ती की गई महिला अफसर पहले ही ट्रेनिंग पर हैं. आईटीबीपी ने इसी साल महिला दिवस पर महिलाओं को बटालियन की कमान सौंपने का ऐलान किया था. चौधरी ने बताया कि आईटीबीपी की योजना फोर्स में एक तिहाई महिलाओं को भर्ती करने की है.
जल्द और बनेंगी 40 चौकियां
चौधरी ने बताया कि पूर्वी सीमा पर आईटीबीपी के पास जल्द ही 40 बॉर्डर पोस्ट और होंगी. खास तौर पर अरुणाचल प्रदेश में. आईटीबीपी ने सीमा पर 81 करोड़ रुपये की लागत से 4830 नाइट विजन डिवाइस भी लगाई हैं. ताकि पड़ोसी देश की हरकतों पर पैनी निगाह रखी जा सके.
अगले साल का यह प्लान
चौधरी ने अगले साल की योजना बताते हुए कहा कि आईटीबीपी नक्सल प्रभावित इलाकों में तीन और बटालियन तैनात करेगी. फिलहाल छत्तीसगढ़ के नायारणपुर में पांच बटालियन तैनात हैं. अगले साल तक नक्सल प्रभावित इलाकों में आईटीबीपी के जवानों की संख्या बढ़कर 8000 हो जाएगी.
चीन सीमा पर कोई दिक्कत नहीं, मतभेद हैं
भारत-चीन सीमा पर चीन के रवैये को लेकर पूछे गए सवाल पर चौधरी ने कहा कि सीमा पर चीन सीमा पर कोई दिक्कत नहीं है. जो भी मतभेद पैदा होते हैं वो सोच के कारण बनते हैं. हमें युद्ध भड़काने जैसी बातें नहीं करनी चाहिए. हम सरहद पर हिफाजत के लिए हैं, लड़ाई के लिए नहीं.