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अनकही दास्तान: मुंबई का 'राजेंद्र' ऐसे बना अंडरवर्ल्ड डॉन 'छोटा राजन'

मुंबई के पत्रकार जे डे मर्डर केस में अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को मकोका कोर्ट ने दोषी ठहरा दिया है. उसे उम्रकैद की सजा मिल सकती है. कभी दाऊद इब्राहिम की पनाहों में रहने वाला राजेंद्र सदाशिव निखलजे उर्फ छोटा राजन मुंबई हमलों के बाद उससे अलग हो गया था.

अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद और छोटा राजन अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद और छोटा राजन
मुकेश कुमार
  • नई दिल्ली,
  • 02 मई 2018,
  • अपडेटेड 12:37 PM IST

मुंबई के पत्रकार जे डे मर्डर केस में अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को मकोका कोर्ट ने दोषी ठहरा दिया है. उसे उम्रकैद की सजा मिल सकती है. कभी दाऊद इब्राहिम की पनाहों में रहने वाला राजेंद्र सदाशिव निखलजे उर्फ छोटा राजन मुंबई हमलों के बाद उससे अलग हो गया था. मुंबई के अंडरवर्ल्ड में दाऊद और छोटा राजन के गैंग के बीच कई बार टकराव भी हुए. इस दौरान उस पर कई बार जानलेवा हमलों की खबरें आईं. कई वर्षों तक विदेश में छिपे छोटा राजन को साल 2015 में इंडोनेशिया से गिरफ्तार किया गया था.

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मुंबई का 'राजेंद्र' ऐसे बना अंडरवर्ल्ड का 'राजन'

1- मुंबई की गलियों से निकले अंडरवर्ल्ड डॉन राजेंद्र सदाशिव निखलजे को 'नाना' के नाम से भी जाना जाता है.

2- 80 के दशक में अपराध जगत में कदम रखने के साथ यह सबसे पहले राजन नायर गैंग में शामिल हुआ.

3- जुर्म की दुनिया में राजन नायर को बड़ा राजन और राजेंद्र निखलजे को छोटा राजन के नाम से जानते हैं.

4- बड़े राजन की मौत से बाद छोटा राजन ने पूरे गैंग की कमान संभाल ली.

5- अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से संबंध बनने के बाद दोनों वसूली, हत्या और तस्करी का काम करने लगे.

6- 1988 में वह दुबई चला गया. वहां से दुनिया भर में अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने लगा.

7- 1993 सीरियल ब्लास्ट के बाद दाऊद और राजन अलग हो गए. वह दाऊद की इस हरकत पर नाराज था.

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8- दोनों के अलग होने के बाद दाऊद ने राजन को कई बार मारने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुआ.

9- सन 2000 में बैंकॉक के एक होटल में शकील ने राजन पर हमला किया, लेकिन वह बच गया.

10- सन 2011 में मुंबई के पत्रकार ज्योतिर्मय डे की हत्या में छोटा राजन का नाम आया था.

जानिए, कौन है छोटा राजन

छोटा राजन का असली नाम राजेंद्र सदाशिव निखलजे है. उसे प्यार से 'नाना' या 'सेठ' कहकर भी बुलाते हैं. उसका जन्म 1960 में मुंबई के चेम्बूर की तिलक नगर बस्ती में हुआ था. महज 10 साल की उम्र में उसने फिल्म टिकट ब्लैक करना शुरू कर दिया. इसी बीच वह राजन नायर गैंग में शामिल हो गया. जुर्म की दुनिया में नायर को 'बड़ा राजन' के नाम से जाना जाता था. यह नायर का दाहिना था, इसलिए लोग इसे 'छोटा राजन' कहने लगे.

ऐसे हुआ दाऊद से हुआ संबंध

बड़ा राजन की मौत से बाद छोटा राजन ने पूरे गैंग की कमान संभाल ली. इसी दौरान अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से इसका संबंध बन गया. दोनों एक साथ मिलकर मुंबई में वसूली, हत्या, तस्करी और फिल्म फाइनेंस का काम करने लगे. 1988 में वह दुबई चला गया. इसके बाद दाऊद और राजन मिलकर भारत ही नहीं पूरी दुनिया में गैर-कानूनी काम करने लगे. मुंबई में उनकी तूती बोलने लगी. लेकिन इसी बीच कुछ ऐसा हुआ, जिसने उनको अलग कर दिया.

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क्यों हुई दाऊद से दुश्मनी

भारत में अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम के बाद बड़े गैंगस्टरों में दूसरे नंबर पर छोटा राजन का ही नाम आता है. वह लंबे समय तक डी कंपनी के साथ काम करता रहा. लेकिन बाबरी कांड के बाद 1993 में मुंबई बम ब्लास्ट ने राजन को दहला दिया. जब उसे पता चला कि इस कांड में दाऊद का हाथ है, तो वह उसका दु्श्मन बन बैठा. उसने खुद को दाऊद से अलग करके नया गैंग बना लिया. दोनों एक-दूसरे के जानी-दुश्मन बन बैठे.

कई बार हुए जानलेवा हमले

मुंबई ब्लास्ट के बाद दाऊद और राजन ने भारत छोड़ दिया. इस दौरान दोनों एक-दूसरे को मारने का प्लान बनाते रहे. दाऊद ने छोटा राजन पर कई बार जानलेवा हमला करवाया, लेकिन वह बचता रहा. राजन पर हमले की बड़ी साजिश दुबई में दाऊद के खास शूटर शरद शेट्टी के घर में रची गई. साल 2000 में पिज्जा डिलीवरी ब्वॉय बनकर आए दाऊद के लोगों ने बैंकॉक के एक होटल में राजन पर हमला कर दिया.

ऐसे लिया हमले का बदला

छोटा राजन पर कई राउंड फायरिंग की गई, लेकिन वह वहां से बचकर भाग निकला. कहा जाता है कि छोटा राजन को बचाने में भारतीय सुरक्षा एजेंसियों का भी हाथ था. हालांकि, इसे खुद राजन इस बात से इंकार करता है. बैंकॉक में हुए हमले का उसने बदला लिया. उसका हवाला कारोबार संभालने वाले उसके भाई रवि और विमल ने 2003 में दुबई के एक क्लब में छोटा शकील के खास शरद शेट्टी की हत्या कर दी थी.

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छोटा डॉन पर दर्ज हैं कई केस

भारत में छोटा राजन पर 65 से ज्यादा आपराधिक केस दर्ज है. राजन नायर गैंग में रहते हुए उसके खिलाफ पहले से अवैध वसूली, धमकी, मारपीट और हत्या की कोशिश के मामले दर्ज थे. दाऊद के साथ आने के बाद उसका क्राइम ग्राफ बढ़ गया. भारत में उसके खिलाफ 20 से ज्यादा लोगों की हत्या के केस दर्ज हैं. सन 2011 में मुंबई के वरिष्ठ पत्रकार ज्योतिर्मय डे की हत्या में भी उसका हाथ माना जाता है.

ऐसा है छोटा राजन का साम्राज्य

अंडरवर्ल्ड के इस डॉन ने अपना कारोबार भारत से समेट कर विदेशों में जमाया. आज तक को मिली जानकारी के मुताबिक, दुबई में काम बंद करने के बाद उसने मलेशिया का रुख किया. उसने जर्काता में डांस बार, डिस्को और नाइट क्लब खोल दिए. मलेशिया में कारोबार जम जाने के बाद थाईलैंड में भी ऐसा ही कारोबार खड़ा कर लिया. इसके अलावा उसने विदेशों में कई जगह बेनामी संपत्ति अर्जित की है.

लेडी डॉन है छोटा राजन की पत्नी

छोटा राजन की पत्नी का नाम सुजाता निखलजे है. उस पर साल 2006 में एक्सटॉर्शन का मामला दर्ज किया गया था. उसकी तीन बेटियां हैं. एक बेटी ब्रिटेन में एमबीए कर रही है. दूसरी इंजीनियर है. राजन की पत्नी सुजाता उर्फ नानी चेंबूर के तिलकनगर में रहती है. मुंबई पुलिस ने उसको बिल्डर से फिरौती मांगने के केस में हिरासत में लिया था. छोटा राजन और सुजाता की शादी में दाऊद भी आया था. सुजाता दाऊद को भाई मानती थी.

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यहां बीता था डॉन का बचपन

पश्चिम महाराष्ट्र के सतारा के फल्तान तहसील के गिरवी गांव में छोटा राजन का पैतृक घर है. वहां कभी एक झोपड़ी हुआ करती थी, जो अब एक महलनुमा बंगले में बदल चुकी है. यहां राजन ने अपना बचपन बिताया था. गांववालों ने बताया कि पारिवारिक समारोह में राजन के भाई यहां आते रहते हैं. इस बंगले में राजन के पिता सदाशिव सखाराम निकाल्जे की मूर्ति भी है, जो 50 के दशक में मुंबई चले गए थे.

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