
जगदीश मुखी ने मिजोरम के नए राज्यपाल के रूप में जिम्मेदारी संभाल ली है. मुखी ने शानिवार को आइजोल के एक समारोह में राज्यपाल के रूप में शपथ ली. बता दें, गुवाहाटी हाई कोर्ट के जज जस्टिस नेल्सन सैलो ने मुखी को शपथ दिलाई. हालांकि, जगदीश मुखी असम के भी राज्यपाल हैं. गौरतलब है कि मिजोरम के राज्यपाल के. राजशेखरन ने गुरुवार को इस्तीफा दे दिया था. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनका इस्तीफा स्वीकार करते हुए असम के राज्यपाल जगदीश मुखी को राज्य का अतिरिक्त प्रभार सौंपा था.
76 साल के जगदीश ने 1958 में पानीपत में पहली बार आरएसएस प्रशिक्षण शिविर में भाग लिया था. 1964 में जगदीश अलवर से आरएसएस के सचिव बने और 1975 में दिल्ली आरएसएस के साथ आपातकाल के खिलाफ अभियान चलाया. इसी तरह से आगे बढ़ते हुए, उन्हें पहली चुनावी सफलता 1980 में दिल्ली मेट्रोपॉलिटन काउंसिल के लिए हुए उपचुनाव में मिली थी.
जगदीश ने दिल्ली सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री की भूमिका निभाई, जब उन्होंने 8 महीने के रिकॉर्ड समय में गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय का शुभारंभ किया. उन्हें तत्कालीन केंद्रीय योजना मंत्री प्रणब मुखर्जी द्वारा राष्ट्र के सर्वश्रेष्ठ योजना मंत्री के रूप में सम्मानित किया गया था. हरियाणा के लोकसभा और विधानसभा चुनावों में उनके प्रदर्शन को सराहा गया.