Advertisement

जैश कमांडर गाजी ने दी थी IED ब्लास्ट की ट्रेनिंग, दिसंबर में घाटी में हुआ था दाखिल

कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले से हफ्ते भर पहले पाकिस्तान के कराची में जैश-ए-मोहम्मद ने रैली कर देश को दहलाने के आतंकियों की सात टीमें रवाना की थी.

कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला
अशरफ वानी
  • श्रीनगर,
  • 14 फरवरी 2019,
  • अपडेटेड 11:44 PM IST

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में अवंतीपोरा के गोरीपोरा इलाके में सुरक्षाबलों के काफिले पर हुए आतंकी हमले में 44 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए और 45 घायल हैं जिसमें से 18 जवान गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं. पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि जैश के पाक अधिकृत कश्मीर के कैंप में चीफ इंस्ट्रक्टर रह चुका अब्दुल रशीद गाजी ने इस हमले को अंजाम देने वाले आदिल अहमद डार को IED ब्लास्ट की ट्रेनिंग दी थी. बता दें कि गाजी दिसंबर में कश्मीर में दाखिल हुआ था, जिसे लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने भी अलर्ट जारी किया था.

Advertisement

आतंकियों ने इस हमले में जवानों के दो वाहनों को अपना निशाना बनाया. यह हमला पाकिस्तान के कराची में 5 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद की रैली के बाद हुआ, जिसमें भारत को दहलाने के लिए आतंकियों की 7 टीमें रवाना की गई थी. आपको बता दें कि पाकिस्तान के कराची में 5 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद की रैली में मौलाना मसूद अजहर के छोटे भाई और जैश के सरगना मौलाना अब्दुल रऊफ असगर ने भारत के अन्य हिस्सों को दहलाने का ऐलान किया था.

इस रैली को संबोधित करते हुए रऊफ असगर ने कहा था कि अगले साल एक बार फिर कश्मीर सॉलिडरिटी डे मानाएंगे तो दिल्ली दहल चुकी होगी. सूत्रों के मुताबिक इस रैली से जैश के फिदायीनों की 7 टीमें भारत के विभिन्न शहरों के लिए रवाना की गई थी. सुरक्षा एजेंसियों ने भी इस बावत अलर्ट जारी कर आगाह किया था.

Advertisement

दरअसल दिसंबर 2018, में जैश-ए-मोहम्मद का टॉप ट्रेनर अब्दुल रशीद गाजी जम्मू-कश्मीर में घुसने में कामयाब हो चुका है. जैश कमांडर गाजी अफ्गानिस्तान में तालिबानियों के दस्ते में शामिल था. इसके साथ ही पीओके में जैश के ट्रेनिंग कैंप का चीफ इंस्ट्रक्टर भी रह चुका है. सुरक्षा एजेंसियों ने गाजी के घाटी में घुसपैठ करने को लेकर अलर्ट जारी किया था. बताया जा रहा है कि गाजी के घाटी में दाखिल होने के बाद से पिछले दो महीनों में आतंकी घटनाएं बढ़ी हैं.

पिछले दिनों खूफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया था कि देश में चुनावों के दौरान अलग-अलग राज्यों में आतंकी बड़े नेताओं को निशाना बना सकते हैं. लेकिन कराची में हुई जैश की रैली में मौलाना रऊफ ने इस बात की पुष्टि कर करने हुए कश्मीर की पहाड़ियों से आगे देश के अन्य हिस्सों को दहलाने का ऐलान किया था.

जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तान का जिहादी संगठन है जिसका मकसद कश्मीर को भारत से अलग करना है. इसकी स्थापना मौलाना मसूद अजहर ने की थी लेकिन वर्तमान में उसका भाई मौलाना रऊफ असगर जैश का मुखिया है. जैश-ए-मोहम्मद का नाम भारत में हुए कई आतंकी हमलों में आता रहा है. लेकिन साल 2002 में पाकिस्तान द्वारा जैश को प्रतिबंधित घोषित करने के बाद इसकी देश में इसकी गतिविधियों में कमी आई थी. जैश-ए-मोहम्मद का नाम भारत, अमेरिका और ब्रिटेन द्वारा जारी आतंकवादी संगठनों की सूची में शामिल है.

Advertisement

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement