
जम्मू-कश्मीर में सेब व्यापारियों और ट्रक ड्राइवरों पर लगातार हमले हो रहे हैं. गुरुवार को आतंकियों ने शोपियां में सेब से लदे दो ट्रक में आग लगा दी और ड्राइवर को गोली मार दी, जिससे दोनों ड्राइवर घायल हो गए. वहीं, पिछले हफ्ते भी एक ऐसी ही घटना हुई थी जिसमें आतंकियों ने एक सेब व्यवसायी की गोली मार कर हत्या कर दी. यह घटना भी शोपियां में हुई थी. इसके दो दिन बाद आतंकवादियों ने शोपियां में पंजाब के एक सेब कारोबारी को मार डाला और एक अन्य को घायल कर दिया था.
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने ट्रक ड्राइवरों की हत्या को अर्थव्यवस्था पर हमला बताया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ मिलकर आतंकवादी स्थानीय लोगों की आजीविका को खत्म करना चाहते हैं. उन्होंने इन आतंकियों को पुलिस के रडार पर बताते हुए कहा कि दोषियों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा.
पाक की मदद से आतंकवादी पहुंचा रहे नुकसान: डीजीपी
दिलबाग सिंह ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था बागवानी और पर्यटन पर टिकी हुई है. पाकिस्तान की मदद से आतंकवादी इन दोनों को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं. यह लोगों की आजीविका पर चोट है. ऐसा लोगों की आम जनजीवन को प्रभावित करने के लिए किया जा रहा है. हमने दोषियों को पहचान लिया है और जल्द ही इन्हें गिरफ्तार किया जाएगा.'
शामिल लोगों को जल्द दबोच लिया जाएगा: डीजीपी
डीजीपी ने कहा कि ट्रक ड्राइवरों पर हमला और पावर ट्रांसमिशन टावर्स को नुकसान पहुंचाने का मकसद बागवानी और पर्यटन को बाधित करना है, जो बहुत से कश्मीरियों को रोजी-रोटी देता है. उन्होंने कहा, 'टावर्स पर हमला इन्फ्रास्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचाने की कोशिश भी है. हमने इस दिशा में कुछ कदम उठाए हैं. उम्मीद है कि जल्द ही हमें कामयाबी मिलेगी और इसमें शामिल लोगों को दबोच लिया जाएगा.
डीजीपी ने कहा कि सुरक्षाबलों ने फल कारोबारियों को सुरक्षा देने के लिए कुछ कदम उठाए हैं. उन्होंने कहा, 'हमारी पहली प्राथमिकता सेब कारोबार से जुड़े लोगों की मदद करना है. कुछ कदम पहले ही उठाए जा चुके हैं और जहां भी लोगों को हमारी आवश्यकता है वहां सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है.'
मालूम हो कि अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद ठप हुई मोबाइल सेवा से उबरने की कोशिश कर रहे राज्य में इन घटनाओं को दोबारा तनाव फैलाने की कोशिश के तौर पर माना जा रहा है.