
दिल्ली में जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद ने इफ्तार की दावत दी. लेकिन इस पार्टी में केंद्र की ओर से बीजेपी का कोई बड़ा चेहरा नहीं आया. यह दिलचस्प है कि मुफ्ती मुहम्मद ने जम्मू-कश्मीर की बजाय दिल्ली के पांच सितारा होटल अशोक में यह आयोजन किया. कहा जा रहा है कि श्रीनगर तक सियासी दोस्तों को आने में शायद दिक्कत होती लिहाजा दिल्ली में ही इफ्तार का ठिकाना बनाया गया.
मुफ्ती मुहम्मद की इफ्तार पार्टी में कई नेता शरीक हुए, लेकिन उम्मीदों से परे बीजेपी का कोई बड़ा चेहरा कार्यक्रम की शान नहीं बना. ना बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह दिखे और ना ही केंद्रीय मंत्रिमंडल का कोई कद्दावर नाम नजर आया. ना कांग्रेस हाईकमान सोनिया गांधी दिखीं और ना ही पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह. हालांकि सूत्रों की माने तो न्योता सभी को था.
मुफ्ती की इस पार्टी में जम्मू-कश्मीर के उप मुख्यमंत्री निर्मल सिंह जरूर शामिल हुए. लेकिन बहुत संभव है कि बीजेपी की ओर से ये संदेश देने की कोशिश की गई है कि राज्य में सत्ता का गठबंधन पटरी पर है. हालांकि केंद्रीय स्तर के किसी बीजेपी नेता की गैरमौजूदगी ये भी इशारा कर रही है कि राज्य में अलगाववादियों के प्रति मुफ्ती मुहम्मद की नीतियों से वो सहमत भी नहीं है.
कौन-कौन हुए शामिल
सूत्रों के मुताबिक, पीडीपी संरक्षक सईद ने बीजेपी के कई नेताओं को निमंत्रण भेजा था. कुछ नेताओं ने पहले ही शामिल होने में असमर्थता जता दी थी. बहरहाल, राज्य के उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह के अलावा इफ्तार पार्टी में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, कर्नाटक के मंत्री रोशन बेग, जेडीयू नेता शरद यादव और कांग्रेस नेता करण सिंह शामिल थे.
इफ्तार में जामिया मिल्लिया इस्लामिया, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, जामिया हमदर्द और अलफलाह यूनिवर्सिटी के कुलपति और जामा मस्जिद के इमाम सैयद अहमद बुखारी भी शामिल हुए. इस दौरान नमाज पढ़ने का भी इंतजाम किया गया था, जिसका नेतृत्व बुखारी ने किया. पीडीपी सांसदों मुजफ्फर हुसैन बेग और तारिक हामिद कारा को भी आमंत्रित किया गया था, लेकिन दोनों ही गैरमौजूद थे.
इफ्तार में मुख्यमंत्री की बेटी रूबिया सईद भी मौजूद थीं. सईद की तीन बेटियों में से एक रूबिया का 1989 में आतंकियों ने अपहरण कर लिया था और बाद में उन्हें छोड़ा था. इस घटना के बाद से वह सार्वजनिक रूप से ज्यादा दिखाई नहीं दी हैं.