
केंद्र सरकार द्वारा जम्मू एवं कश्मीर समस्या के समाधान के उद्देश्य से घाटी में सभी पक्षों से बातचीत के लिए नियुक्त प्रतिनिधि दिनेश्वर शर्मा ने आजतक से खास बातचीत में कहा है कि वह जल्द ही जम्मू कश्मीर जाने वाले हैं और उनकी कोशिश कश्मीर को फिर से स्वर्ग बनाने की होगी.
दिनेश्वर शर्मा ने कहा, "सरकार की तरफ से बातचीत के लिए अब तक किसी तरह के टर्म्स नहीं दिए गए हैं. जैसा कि गृहमंत्री ने बताया है और मैंने भी साफ किया है की कश्मीर में जो भी स्टेक होल्डर हैं हम सबसे बात करेंगे."
उन्होंने कहा, "हम सबसे बात करने के लिए तैयार हैं, जिसमें हुर्रियत भी शामिल है."
अलगाववादियों द्वारा बातचीत करने से इनकार करने की सूचना देने पर उन्होंने कहा, "हम कश्मीर जाने वाले हैं और यह बातचीत एक या दो दिन में पूरी होने वाली नहीं है. जो समस्या है कश्मीर में उसमें यह सस्टेन डायलॉग होने जा रही है. हमारा उद्देश्य है कि कश्मीर में जल्द से जल्द शांति बहाली हो, सभी लोग जम्मू कश्मीर में सुखी जीवन बिताएं, बच्चों की पढ़ाई अच्छे से चले, फिर से कश्मीर स्वर्ग बन जाए."
कश्मीर के युवाओं के चरमपंथ अपनाने के सवाल पर दिनेश्वर शर्मा ने कहा कि कश्मीर में युवाओं का रेडिक्लाइज होना बहुत बड़ी चिंता है.
उन्होंने कहा, "खुद कश्मीर के लोग इस रेडिक्लाइजेशन को लेकर सबसे ज्यादा चिंतित हैं. मुझे पूरा उम्मीद है कि वहां की आवाम इसको लेकर सोच रही है और वह इसमें पूरा सहयोग करेगी."
कश्मीर में चलाए जा रहे ऑनलाइन प्रोपेगैंडा पर उन्होंने कहा कश्मीर के युवाओं के बीच हम जा रहे हैं और मुझे लगता है कि कश्मीर के युवा बहुत समझदार हैं, वे खुद इस बात को समझते हैं और इक्के दुक्के जो ऑनलाइन प्रोपेगैंडा में शामिल होते हैं, उनको उनके परिवार के लोग ही समझाने में कामयाब होंगे.
दिनेश्वर शर्मा ने कहा कि हमारी यही इच्छा और शुभकामना है कि कश्मीर के हर एक युवा को रोजगार मिले और वह ज्यादा से ज्यादा काम पाए और सभी लोग सुख शांति से रहें.
कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ बीते कुछ समय से चलाए जा रहे व्यापक सघन ऑपरेशन के माहौल में बतचीत की सफलता पर संशय व्यक्त करने पर उन्होंने कहा कहा, "कश्मीर में जो ऑपरेशन चलाया जा रहा है वह डिफरेंट मुद्दा है. जो ऑपरेशन चलाया जा रहा है वह जाने पहचाने आतंकवादियों के खिलाफ चलाया जा रहा है. हम तो वहां पर आम जनता से बातचीत करने के लिए जा रहे हैं."