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JK: NIA कोर्ट में देवेंद्र सिंह की पेशी, 15 दिन की मिली न्यायिक रिमांड

जम्मू कश्मीर पुलिस के डीएसपी देवेंद्र सिंह, आतंकवादी नावेद बाबू और उसके अन्य साथियों को जम्मू में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की अदालत में लाया गया. जहां से देवेंद्र सिंह को 15 दिन की न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है.

NIA इस मामले की जांच कर रही है (फाइल फोटो) NIA इस मामले की जांच कर रही है (फाइल फोटो)
aajtak.in/परवेज़ सागर
  • जम्मू,
  • 06 फरवरी 2020,
  • अपडेटेड 11:37 AM IST

जम्मू कश्मीर पुलिस के बर्खास्त डीएसपी देवेंद्र सिंह, आतंकवादी नावीद बाबू, रफी और इरफान को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की विशेष अदालत में पेश किया गया. जहां से देवेंद्र सिंह और उसके साथी आतंकियों को फिर से 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. हालांकि आशंका जताई जा रही है कि जल्द ही देवेंद्र सिंह को दिल्ली लाया जा सकता है.

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देवेंद्र सिंह ने सुनवाई के दौरान एनआईए कोर्ट में कहा कि उनकी जान को खतरा है. उन्होंने कहा कि जेल में कई आतंकी बंद है, जिनसे उनकी जान को खतरा है. गुरुवार को बर्खास्त डीएसपी देवेंद्र सिंह, हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर नवीद बाबू और उसके सहयोगी मोहम्मद रफी व इरफान को रिमांड की अवधि खत्म होने से पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की विशेष अदालत में गुरुवार को पेश किया गया. सूत्रों के मुताबिक देवेंद्र सिंह की पुलिस रिमांड गुरुवार को खत्म हो रही थी. इसलिए उसे और उसके आतंकी साथियों को अदालत में पेश किया गया.

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वर्तमान में एनआईए की टीम जम्मू में देवेंद्र सिंह से लगातार पूछताछ कर रही थीं. पिछले महीने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के महानिदेशक वाई.सी. मोदी ने जम्मू में इस पूरे मामले की जांच की समीक्षा भी की थी. अब न्यायिक हिरासत बढ़ जाने के बाद देवेंद्र सिंह को हिरानगर जेल भेजा गया है, जबकि उसके आतंकी साथियों को कोटबलवाल जेल भेज दिया गया है.

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ऐसे हुई थी गिरफ्तारी

बताते चलें कि पुलिस ने 11 जनवरी को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर देवेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया था. वह नवीद, रफी व इरफान को साथ लेकर जम्मू जा रहा था. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की थी. लेकिन बाद में यह मामला जांच के लिए एनआईए को सौंप दिया गया था. इससे पहले एनआईए की एक टीम ने श्रीनगर के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी. जिसमें इंदिरा नगर स्थित देवेंद्र का घर और गुलशन नगर शामिल था. छापेमारी के बाद एनआईए के सीनियर अफसर दिल्ली वापस लौट गए थे, लेकिन एक टीम अभी कश्मीर में रहकर मामले की जांच कर रही है.

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गिरफ्तारी के बाद निलंबन

हालांकि गिरफ्तारी के बाद देवेंद्र सिंह को जम्मू-कश्मीर पुलिस से बर्खास्त भी कर दिया था. 2018 में उसे पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था. एनआईए देवेंद्र सिंह और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकवादी समूहों और पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के साथ-साथ पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी आईएसआई के साथ संदिग्ध संबंधों की जांच कर रही है.

बर्खास्त पुलिस अधिकारी देवेंद्र सिंह पर आरोप है कि उसने आतंकवादियों को भारत के भीतर सुरक्षित रूप से यात्रा करने में मदद की है. अपने वकील को लिखे गए एक पत्र में अफजल गुरु ने 2001 के संसद हमले की साजिश में देवेंद्र सिंह के शामिल होने का जिक्र भी किया था. वो पत्र फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है. इसके अलावा जांच अधिकारी देवेंद्र सिंह के बैंक हस्तांतरण की भी जांच कर रहे हैं.

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