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J-K: देवेंद्र सिंह केस में NIA की बड़ी कामयाबी, पूर्व सरपंच तारिक अहमद मीर गिरफ्तार

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 11 जनवरी को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर देवेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया था. वह हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी नावेद बाबू और रफी अहमद और लॉ स्कूल के ड्रापआउट इरफान अहमद को साथ लेकर जम्मू जा रहा था.

जम्मू-कश्मीर के निलंबित डीएसपी देवेंद्र सिंह  (फाइल-PTI) जम्मू-कश्मीर के निलंबित डीएसपी देवेंद्र सिंह (फाइल-PTI)
कमलजीत संधू
  • श्रीनगर,
  • 30 अप्रैल 2020,
  • अपडेटेड 8:19 PM IST

  • देवेंद्र सिंह मामले में अब तक हुईं कई गिरफ्तारियां
  • 11 जनवरी को आतंकियों के साथ पकड़ा गया देवेंद्र

आतंकवादियों के साथ संबंध और उनकी मदद करने के आरोप में जम्मू-कश्मीर के निलंबित डीएसपी देवेंद्र सिंह मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को बड़ी कामयाबी मिली है. एनआईए ने गुरुवार को बताया कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की मदद करने वाले कथित आतंकी और पूर्व सरपंच तारिक अहमद मीर को गिरफ्तार किया है.

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तारिक अहमद मीर को एनआईए ने लॉकडाउन के दौरान दक्षिण कश्मीर के बारामूला में उसके घर से गिरफ्तार किया है. उसे पहनने के लिए ग्लब्स और मास्क मुहैया कराया गया है. उसे अभी सिंगल सेल में रखा गया है. सूत्र बताते हैं कि मीर कभी शोपियां जिले में एक गांव का सरपंच हुआ करता था.

मीर की गिरफ्तारी देवेंद्र सिंह केस में हथियार रखने के मामले में हुई है. हालांकि वह हिज्बुल आतंकवादी कमांडर नावेद बाबू को जानता था लेकिन उसने दावा किया कि वह उसे निलंबित डिप्टी एसपी को नहीं जानता था. मीर नावेद को हथियार भी मुहैया करवाता था.

पुलिस विभाग से निलंबित किए गए डीएसपी देवेंद्र सिंह मामले में अब तक कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. इसी केस में 13 फरवरी को क्रॉस-एलओसी ट्रेडर तनवीर अहमद वानी को भी गिरफ्तार किया गया था. तनवीर वानी का नाम तब सामने आया जब उसकी ओर से नावेद बाबू को पैसे देने का मामले का पता चला था.

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11 जनवरी को हुआ गिरफ्तार

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 11 जनवरी को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर देवेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया था. वह हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी नावेद बाबू और रफी अहमद और लॉ स्कूल के ड्रापआउट इरफान अहमद को साथ लेकर जम्मू जा रहा था.

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की थी, लेकिन बाद में यह मामला जांच के लिए एनआईए को सौंप दिया गया था. इससे पहले एनआईए की एक टीम ने श्रीनगर के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी. जिसमें इंदिरा नगर स्थित देवेंद्र का घर और गुलशन नगर शामिल था.

गिरफ्तारी के बाद निलंबन

गिरफ्तारी के बाद देवेंद्र को जम्मू-कश्मीर पुलिस से भी बर्खास्त कर दिया गया. 2018 में देवेंद्र को पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था. एनआईए देवेंद्र और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे आतंकवादी समूहों और पाक स्थित जैश-ए-मोहम्मद के साथ-साथ पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी आईएसआई के साथ संदिग्ध संबंधों की जांच कर रही है.

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बर्खास्त पुलिस अधिकारी देवेंद्र पर आरोप है कि उसने आतंकवादियों को भारत के भीतर सुरक्षित रूप से यात्रा करने में मदद की है. अपने वकील को लिखे गए एक पत्र में अफजल गुरु ने 2001 के संसद हमले की साजिश में देवेंद्र के शामिल होने का जिक्र भी किया था.

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