
जम्मू- कश्मीर में भारतीय सुरक्षा एजेंसियां ने ऑपरेशन ऑल आउट के तहत पिछले पूरे साल आतंकियों को ठिकाने लगाने का बड़ा अभियान चलाया गया. इस दौरान सुरक्षाबलों ने 31 दिसंबर, 2018 तक 262 आतंकियों को ढेर कर दिया. सुरक्षा एजेंसियों ने इस पूरे 1 साल में लश्कर जैश और हिजबुल मुजाहिद्दीन के टॉप कमांडरों को भी ढेर किया. हालांकि, सुरक्षा एजेंसियों की एक रिपोर्ट बताती है कि अब भी कश्मीर घाटी में पाक समर्थित आतंकवाद को समर्थन मिल रहा है.
सूत्रों की मानें तो आज भी 300 से ज्यादा आतंकी कश्मीर घाटी में सक्रिय हैं. इनके खिलाफ लगातार ऑपरेशन चल रहा है. 'आजतक' को सूत्रों ने जानकारी दी है कि पाकिस्तान में बैठे आतंक के आका कश्मीर घाटी के युवाओं को ब्रेनवॉश कर बरगलाने में जुटे हैं. साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से आतंकियों की भर्ती भी कर रहे हैं.
2 दिसंबर 18 तक 587 आतंकी हमले
राज्यसभा के लिखित जवाब के मुताबिक, पिछले साल 2 दिसंबर तक 587 आतंकी हमले हो चुके हैं जबकि 2017 में 2 दिसंबर तक यह संख्या 329 थी. 2017 में यह कुल आंकड़ा 342 और 2016 में 322 आतंकी हमले हुए थे. संसद में दी गई लिखित रिपोर्ट के मुताबिक कश्मीर में 2018 में हुए आतंकी हमलों में 2 दिसंबर तक 86 जवान शहीद हुए हैं. जबकि इस अवधि में 2017 में 74 जवान शहीद हुए थे.
संसद में गृह मंत्रालय ने जो रिपोर्ट दी है उससे साफ है कि जम्मू- कश्मीर में सीमा के उस पार से लगातार आतंकियों को भेजने की कवायद जारी है. सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई पाक अधिकृत कश्मीर में टेरर कैंप चला कर आतंकवादियों को भारत के खिलाफ भड़काने की कोशिश में जुटा है. यही नहीं सीमा के उस पार पाक अधिकृत कश्मीर में 13 नए लॉन्चिंग पैड के जरिए पाकिस्तान की सेना और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई फायरिंग की आड़ में आतंकियों की घुसपैठ कराने की फिराक में है.
सूत्रों ने 'आजतक' को जानकारी दी है इस नए साल में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए नए तरीके के बर्फीले रेगिस्तान में चलने वाले ड्रेस खरीदे हैं. इसका इस्तेमाल पाकिस्तान आतंकियों को बर्फबारी के दौरान बंद हो गए रास्तों में घुसपैठ कराने के लिए कर सकता है.
दिसंबर में 12 जैश के ओवरग्राउंड वर्कर गिरफ्तार
सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों से मिली जानकारी में कहा गया है कि कश्मीर घाटी में आतंकियों की मदद करने के लिए ओवरग्राउंड वर्कर की भर्ती भी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई करने में जुटी है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आईएसआई ओवर ग्राउंड वर्कर की भर्ती करने के लिए बाकायदा टैलेंट हंट प्रोग्राम सोशल मीडिया के जरिए चला रही है. सूत्र बताते हैं कि लश्कर सरगना हाफिज सईद सोशल मीडिया के जरिए कश्मीर घाटी और जम्मू रीजन में ओवरग्राउंड वर्कर को आतंकियों की मदद करने के लिए आकर्षित कर रहा है.
सुरक्षा एजेंसियों की मानें तो घाटी में मौजूद ओवर ग्राउंड वर्कर के हौसले पस्त हैं क्योंकि उनके खिलाफ भी बड़ा अभियान लोकल पुलिस और घाटी में मौजूद दूसरी सुरक्षा एजेंसियां चला रही हैं. अकेले दिसंबर महीने में जैश ए मोहम्मद के 12 ओवरग्राउंड वर्कर को सुरक्षा एजेंसियों ने धर पकड़ा है. इन ओवरग्राउंड वर्कर से कई खुलासे भी हुए हैं जिसमें यह जानकारी मिली है आतंक के सरगना के जरिए वह आतंकी कमांडरों के पास रसद सामग्री पहुंचाने का काम कैसे करते थे. साथ ही पाकिस्तान में बैठे आतंक के आका के कहने पर फंड भी आतंकियों को मुहैया कराने की कोशिश में लगे रहते थे.