
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से आतंकी बौखलाए हुए हैं और सुरक्षा बलों के साथ ही आम लोगों को निशाना बना रहे हैं. पिछले कुछ दिनों में आतंकियों ने सेब कारोबार से जुड़े लोगों पर हमला किया, जिसमें कई लोगों की मौत हो गई. आतंकियों के हमलों के बाद बाहर के सेब कारोबारी और ट्रक चालक कश्मीर में सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं.
बुधवार शाम को शोपियां जिले में पंजाब के एक व्यापारी और उसके ट्रक चालक को आतंकवादियों ने गोली मार दी थी. इस हमले में व्यापारी की मौत हो गई, जबकि चालक घायल हो गया. इससे पहले पुलवामा जिले में आतंकियों ने छत्तीसगढ़ के एक ईंट-भट्ठा में काम करने वाले मजदूर एसए सागर की हत्या कर दी थी. इन हत्याओं के बाद शोपियां में काम करने वाले गैर-कश्मीरी कारोबारियों और मजदूरों में खौफ का माहौल है.
समाचार एजेंसी आईएएनएस ने सूत्रों के हवाले से बताया कि प्रशासन ने शोपियां के बस स्टैंड, फल मंडी और जिला कलेक्टर कार्यालय में घाटी से बाहर के लगभग 500 ट्रकों को सुरक्षा में रखा है. जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल के सलाहकार फारूक खान ने आईएएनएस को बताया कि जम्मू-कश्मीर में बंद विफल रहा है. लिहाजा बौखलाए आतंकी लोगों को निशाना बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि फल उत्पादकों के लिए फल उनके बच्चों की तरह हैं और इस तरह की आतंकी वारदात को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि सेब को बागों से इकट्ठा किया जा रहा है और यह आगे भी जारी रहेगी. यह इलाका पहले से ही सुरक्षित है. फलों के कारोबार से जुड़े लोगों की सुरक्षा के इंतजामों को और अधिक बढ़ाया जाएगा. जिन आतंकियों पर हत्या में शामिल होने का शक है, उनके पोस्टर पुलिस ने लगाए हैं. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (लॉ एंड ऑर्डर) मुनीर खान ने कहा कि गैर स्थानीय लोगों की हत्या हालात को बिगाड़ने और उत्तेजित करने के लिए एक पैटर्न की तरह लगती है.