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जिस वीरांगना ने झांसी की रानी की जान बचाई...

झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के कंधे से कंधा मिलाकर अंग्रेजों के दांत खट्टे करने वाली वीरांगना झलकारी बाई साल 1830 में 22 नवंबर के रोज ही जन्मी थीं. अमर शहीद को नमन...

Jhalkari Bai Jhalkari Bai
विष्णु नारायण
  • नई दिल्ली,
  • 22 नवंबर 2016,
  • अपडेटेड 9:26 AM IST

अब इस बात से तो सभी वाकिफ हैं कि झांसी की रानी ने अंग्रेजों से लोहा लिया था. उनके दांत खट्टे किए थे. रानी लक्ष्मी बाई अंग्रेजों के खिलाफ विरोध का प्रतीक बन गईं मगर उनके साथ कई ऐसे लोग भी थे जो उनके इर्द-गिर्द परछाई की तरह रहते थे. झलकारी बाई को भी ऐसे ही बिरलों में शुमार किया जा सकता है. वह साल 1830 में 22 नवंबर के रोज ही पैदा हुई थीं. उन्हें श्रद्धांजलि व नमन...

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1. झलकारी बाई झांसी की रानी लक्ष्मीबाई द्वारा बनाई गई महिला सेना में सैनिक थीं.

2. ऐसी किंवदंती है कि झलकारी बाई ने अपने युवापन में छड़ से एक चीते को मार गिराया था.

3. वह लक्ष्मीबाई की सेना में बतौर सैनिक शामिल हुई थीं लेकिन वह धीरे-धीरे लक्ष्मीबाई की खास सलाहकार बन गईं.

4. झांसी के किले पर अंग्रेजों से युद्ध के दौरान वह खुद को झांसी की रानी कहते हुए लड़ीं ताकि रानी लक्ष्मीबाई सुरक्षित रूप से आगे बढ़ सकें.

5. वह देश की आजादी के लिए लड़ते हुए शहीद हुईं. उन्हें अंग्रोजो ने फांसी पर लटका दिया था.

 

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