
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की खूंटी सीट पर चुनावी रैली को संबोधित करने पहुंचे थे. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मैं जब बीजेपी में एक कार्यकर्ता के रूप में काम करता था, तब करिया मुंडा जी की उंगली पकड़कर मैंने राजनीति सीखी. पीएम मोदी ने जिस करिया मुंडे से राजनीति सीखी, उसी करिया मुंडा के बेटाे ने शनिवार को बीजेपी छोड़कर जेएमएम का हाथ थाम लिया है.
खूंटी इलाके में करिया मुंडे की मजबूत पकड़ मानी जाती है. करिया मुंडा इसी इलाके से कई बार सासंद और विधायक चुने जा चुके हैं. यही वजह रही कि मंगलवार को पीएम मोदी के मंच पर करिया मुंडा मौजूद थे. ऐसे में पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत में ही कहा कि मैं बीजेपी में जब एक कार्यकर्ता के रूप में काम करता था, तब मैंने करिया मुंडा जी की उंगली पकड़कर राजनीति सीखी है. करिया मुंडा के साथ मुझे गांव को देखने का दृष्टिकोण मिला. उनके मार्ग दर्शन में झारखंड के विकास के लिए काम कर रहे हैं. मोदी ने कहा कि जिस धरती पर ऐसा नेतृत्व हो, उस धरती पर कमल मुरझा नहीं सकता है. बिरसा मुंडा की धरती पर आया हूं.
पीएम ने कहा कि हर परिस्थिति में प्रसन्नचित रहकर विकास के बारे में सोचना भी मैंने इनसे ही सीखा. सुदूर क्षेत्रों में भी लोक संग्रह की काबिलियत करिया मुंडा में अदभुत रही है. मुझे खुशी है कि मैं उनके मार्गदर्शन में झारखंड के भविष्य को सुधारने के लिए ताकत के साथ मेहनत कर रहा हूं.
दिलचस्प बात यह है कि पीएम मोदी के खूंटी रैली से तीन दिन पहले ही बीजेपी के कद्दावर नेता करिया मुंडा के बेटे अमरनाथ मुंडा ने अपने समर्थकों के साथ पार्टी का दामन छोड़कर जेएमएम की सदस्यता ग्रहण कर ली है. जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने अमरनाथ मुंडा और उनके समर्थकों को जेएमएम की सदस्यता दिलाई.
करिया मुंडा के बेटे अमरनाथ मुंडा के जेएमएम में शामिल होने से बीजेपी को भारी झटका लगा है. करिया मुंडा का प्रभाव क्षेत्र खूंटी रहा है. यहां से बीजेपी ने नीलकंठ सिंह मुंडा को टिकट दिया है, जिनके खिलाफ गठबंधन में जेएमएम ही मैदान में है. ऐसे में करिया मुंडा के बेटे का जेएमएम के साथ जाने से बीजेपी के लिए यह सीट जीतना एक बड़ी चुनौती बन गई है.
दरअसल लोकसभा चुनाव में करिया मुंडा को खूंटी से टिकट नहीं दिए जाने के बदले उन्हें भाजपा ने कई अश्वासन दिए थे. कहा जाता है कि पुत्र को विधानसभा चुनाव में टिकट देने की भी बात भी हुई थी. अमरनाथ मुंडा ने कहा कि बीजेपी में टिकट बंटवारे में बहुत पक्षपात हुआ है. हालांकि करिया मुंडा ने इस विषय में कहा कि ये बेटे का निजी फैसला है.