
तीन तलाक को गैरकानूनी बताने वाले कानून को पास कराकर जहां केंद्र सरकार अपनी पीठ थपथपा रही है. वहीं, झारखंड के कुछ इलाकों से अब विरोध के स्वर भी गूंजने लगे हैं. झारखंड के रामगढ़ और सिमडेगा जिलों की हजारों मुस्लिम महिलाओं ने रैली कर अपना विरोध दर्ज कराया है. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस कानून को वापस लेने की मांग की है.
सिमडेगा में तहफ्फुज-ए-शरीयत मुस्लिम ख़वातीन के बैनर तले जुटी हजारों मुस्लिम महिलाओं ने कहा कि उन्हें शरीयत पसंद है. वो इस्लामिक कानून का पालन करेंगी. ये महिलाएं अपने हाथ में बैनर और पोस्टर लिए हुई थीं. इन पोस्टर पर तीन तलाक पर बने कानून को वापस लेने की मांग की गयी थी. इन महिलाओं ने सिमडेगा के उपायुक्त को ज्ञापन भी सौंपा.
गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी की अगुवाई में चल रही एनडीए सरकार ने बीते दिनों संसद में तीन तलाक कानून पास किया था. इसका उद्देश्य उन मुस्लिम महिलाओं को कानूनी सुरक्षा प्रदान करना था, जो तीन तलाक के गलत इस्तेमाल की शिकार होती हैं और दर-दर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर हो जाती हैं. हालांकि नए कानून का मुस्लिम महिला संगठनों के साथ-साथ विभिन्न राजनीतिक दलों ने भी समर्थन और स्वागत किया, लेकिन कुछ मौलवियों ने इस कानून का खुलकर विरोध करते हुए इसे मजहबी नियमों में सरकार की दखलंदाजी करार दिया था.