
झारखण्ड और बंगाल के बीच विजय हज़ारे ट्रॉफी का दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला खिलाड़ियों के होटल में आग लगने की वजह एक दिन के लिए टाल दिया गया था. जिसके बाद यह मैच आज दिल्ली के फ़िरोज़शाह कोटला स्टेडियम में खेला गया. झारखण्ड के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला किया.
धोनी के लिए यह फैसला उस समय उल्टा पड़ता नज़र आया, जब बंगाल के दोनों सलामी बल्लेबाज़ों ने शतक ठोक कर बंगाल को बड़े स्कोर तक पहुंचाने की नींव रखी. बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी ने भी अच्छी शुरुआत का फायदा उठाते हुए, तेज़ी से 75 रनों की नाबाद पारी खेली और टीम को सेमी फाइनल जैसे अहम मुकाबले में 329 रनों का विशाल स्कोर खड़ा करने में मदद की.
झारखण्ड की टीम इस लक्ष्य का पीछा करते हुए शुरू में ही लड़खड़ाई 20 रन पर प्रत्युष सिंह आउट हुए, उसके बाद विराट सिंह उस समय आउट हुए जब टीम का स्कोर 56 था.
झारखंड के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने जुझारू 70 रनों की पारी खेली. धोनी ने अपनी 70 रनों की पारी में चार शानदार छक्के और दो चौके लगाए .जब तक वो क्रीज़ पर थे झारखंड की टीम को उम्मीद थी की एक बार फिर महेंद्र सिंह धोनी बड़ी पारी खेलकर टीम को जीत दिलाएंगे. लेकिन वो ऐसा करने में नाकाम रहे और प्रज्ञान ओझा की गेंद पर बोल्ड हो गए. धोनी के आउट होने के बाद झारखंड की टीम ताश के पत्तों की तरह ढ़ेर गई. बंगाल ने यह मैच 41 रनों से जीतकर अपने नाम कर लिया.
भले ही झारखंड की टीम सेमीफाइनल से बाहर हो गई लेकिन धोनी की इस पारी ने संकेत दे दिए है कि वो चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पूरी तरह तैयार है .