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आजतक से बोले जिग्नेश मेवाणी- 2019 में 100 सीटों पर सिमट जाएगी बीजेपी

जिग्नेश ने अपने बयान में पीएम मोदी पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि मोदी संविधान में यकीन नहीं करते, बल्कि उन्हें मनुस्मृति पर भरोसा है.

गुजरात से विधायक जिग्नेश मेवाणी गुजरात से विधायक जिग्नेश मेवाणी
जावेद अख़्तर
  • नई दिल्ली,
  • 06 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 10:58 AM IST

पुणे हिंसा की आंच में घिरे गुजरात के नवनिर्वाचित विधायक जिग्नेश मेवाणी ने कहा है कि 2019 लोकसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी के लिए चौंकाने वाला रहेगा. उन्होंने दावा किया है कि पार्टी आगामी आम चुनाव में 100 सीटों पर ही सिमट जाएगी.

टीवी टुडे के मैनेजिंग एडिटर राहुल कंवल से एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में जिग्नेश मेवाणी ने ये दावा किया है. उन्होंने कहा कि अगर देश के सभी हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकुर और जिग्नेश एकसाथ आ जाएं तो बीजेपी अगले लोकसभा चुनाव में डबल डिजिट में ही सिमट जाएगी.

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जिग्नेश के इस दावे पर जब राहुल कंवल ने उनका रोडमैप पूछा तो जिग्नेश ने बताया कि नोटबंदी और जीएसटी लागू होने के बाद देश का युवा पहले ही साथ आ चुका है. क्योंकि मोदी सरकार के इन दोनों फैसलों से आर्थिक संकट पैदा हुआ है, जिससे युवाओं के लिए रोजगार प्रभावित हुआ है. जिग्नेश ने कहा कि पीएम मोदी ने विदेशी निवेश जैसे तमाम दावे किए थे, लेकिन वो अपने वादे पूरे करने में नाकाम रहे हैं.

मनुस्मृति में यकीन करते हैं मोदी

गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश ने अपने बयान में पीएम मोदी पर भी टिप्पणी की. जिग्नेश ने कहा कि मोदी संविधान में यकीन नहीं करते, बल्कि उन्हें मनुस्मृति पर भरोसा है.

9 जनवरी को रैली

पुणे हिंसा के आरोपी जिग्नेश मेवाणी ने शुक्रवार को दिल्ली में मीडिया से रूबरू हुए और अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया. जिग्नेश ने संघ पर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे बढ़ते कद से संघ के लोग चिढ़ गए हैं और बौखलाहट में मेरे खिलाफ केस कर रहे हैं.

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उन्होंने ये भी कहा कि 9 जनवरी को दिल्ली में एक युवा रैली का आयोजन करने के बाद वह पीएम मोदी के पास मनुस्मृति और संविधान दोनों की कॉपी लेकर जाएंगे. जिन्नेश ने कहा कि वह पीएम से दोनों में से एक कॉपी चुनने को कहेंगे. उन्होंने कहा कि देश में दलित सुरक्षित नहीं हैं और प्रधानमंत्री की दलितों के प्रति कोई प्रतिबद्धता है या नहीं?

पुणे हिंसा में एफआईआर

भीमा-कोरेगांव हिंसा के मामले में महाराष्ट्र पुलिस ने जिग्नेश मेवाणी और जेएनयू के छात्रनेता उमर खालिद पर केस दर्ज कर दिया. दोनों पर हिंसा भड़काने का आरोप है. दोनों पर सेक्शन 153(A), 505, 117 के तहत पुणे में एफआईआर दर्ज की गई है. इन दोनों पर पुणे में हुए कार्यक्रम के दौरान भड़काऊ भाषण देने का आरोप है.

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