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गुजरात के बाद दिल्ली में जिग्नेश की हुंकार, मोदी पर बयान से मचा था बवाल

जिग्नेश मेवाणी और उनके समर्थक इसके बावजूद भी रैली करने पर अड़े हुए हैं. अभी हाल ही में महाराष्ट्र में हुई हिंसा में जिग्नेश मेवाणी और छात्र नेता उमर खालिद के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के मामले में शिकायत दर्ज हुई है.

फाइल फोटो फाइल फोटो
मोहित ग्रोवर
  • नई दिल्ली,
  • 09 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 1:14 PM IST

गुजरात चुनाव के बाद से ही दलित नेता जिग्नेश मेवाणी राष्ट्रीय राजनीति में छाप बना चुके हैं. पहले प्रचार के दौरान फायरब्रांड भाषण, उसके बाद बडगाम विधानसभा सीट पर जीत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग. जिग्नेश लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं. मंगलवार को नई दिल्ली में संसद मार्ग के पास जिग्नेश की हुंकार रैली प्रस्तावित है, लेकिन दिल्ली पुलिस ने रैली को इजाजत नहीं दी है.

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जिग्नेश मेवाणी और उनके समर्थक इसके बावजूद भी रैली करने पर अड़े हुए हैं. अभी हाल ही में महाराष्ट्र में हुई हिंसा में जिग्नेश मेवाणी और छात्र नेता उमर खालिद के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के मामले में शिकायत दर्ज हुई है. इसके अलावा भी अभी हाल में मेवाणी के एक बयान ने काफी चर्चा बटोरी थी. मेवाणी के कुछ विवादित बयान....

1. जिग्‍नेश खबरों में तब आए थे जब उन्‍होंने उना वाली घटना के बाद कहा था कि अब दलित समाज के लोग मरे हुए पशुओं का चमड़ा निकालना और मैला ढोना जैसा काम नहीं करेंगे.

2. आजतक से खास बातचीत में जिग्नेश ने गुजरात चुनाव नतीजों को बीजेपी की जीत में भी कांग्रेस और अपनी नैतिक विजय करार दिया. इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा था कि पीएम मोदी अब बूढ़े हो गए हैं, जिग्नेश ने कहा कि मोदी जी को हिमालय पर चले जाना चाहिए और वहां जाकर हड्डियां गलानी चाहिए. पीएम मोदी पर जिग्नेश की टिप्पणी बीजेपी समेत तमाम राजनीतिक दलों ने आलोचना की थी. मेवाणी ने इस बयान पर माफी मांगने से इनकार किया था.  

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3. भीमा-कोरेगांव हिंसा के मामले में महाराष्ट्र पुलिस ने जिग्नेश मेवाणी और जेएनयू के छात्रनेता उमर खालिद पर केस दर्ज कर दिया था. दोनों पर हिंसा भड़काने का आरोप था. दोनों पर सेक्शन 153(A), 505, 117 के तहत पुणे में एफआईआर दर्ज की गई थी.

आपको बता दें कि जिग्नेश मेवाणी की रैली को देखते हुए पार्लियामेंट स्ट्रीट पर भारी सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है. मेवाणी के समर्थकों को कई जगहों पर रोका गया. जिग्नेश मेवाणी और अखिल गोगोई युवा हुंकार रैली और जनसभा से पहले अंबेडकर पार्क पहुंचे और वहां अंबेडकर को श्रद्धांजलि दी.

जिग्नेश मेवाणी का कहना है कि मोदी सरकार उनकी आवाज दबाने की कोशिश कर रही है और अगर दिल्ली पुलिस ने कोई कार्रवाई की तो दुर्भाग्यपूर्ण होगा. मेवाणी ने कहा, 'भीम सेना के चंद्रशेखर को निशाना बनाया गया. संविधान के दायरे में रहकर हमारा संघर्ष और आंदोलन जारी रहेगा.'

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