
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में हॉस्टल फीस बढ़ोतरी को लेकर छात्रों का प्रदर्शन जारी है. वाइस चांसलर के खिलाफ छात्र गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाने वसंत कुंज थाने जा रहे थे. तभी छात्रों को जेएनयू कैंपस के गेट पर तैनात सीआरपीएफ और दिल्ली पुलिस के जवानों ने रोक लिया. इसके बाद छात्र कैंपस के अंदर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
पिछले कई दिनों से हॉस्टल फीस बढ़ोतरी के खिलाफ छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों के प्रदर्शन के मद्देनजर सोमवार को कैंपस में सीआरपीएफ की तैनाती की गई. प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि वीसी आंदोलन को कुचलने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि, प्रॉक्टर का कहना है कि हमने सीआरपीएफ को नहीं बुलाया.
प्रदर्शन में ABVP भी शामिल
इस प्रदर्शन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) भी शामिल है. हालांकि, जेएनयू प्रशासन का कहना है कि जिस नियम के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है, वो 14 साल से लागू है.
JNU एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से लागू किए गए नए हॉस्टल मैनुअल और फीस बढ़ोतरी के खिलाफ ABVP के पदाधिकारी और सदस्य काली पट्टी बांधकर विरोध जता रहे हैं. छात्र संगठन की मांग है कि हॉस्टल मैनुअल और फीस बढ़ोतरी के आदेश को वापस लिया जाए.
छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन चाहता है कि हॉस्टल से रात 11 बजे के बाद निकलने में पाबंदी लगा दी जाए. स्टूडेंट्स को हॉस्टल में ड्रेस कोड के तहत लाया जाए. इसके अलावा लाइब्रेरी की समय सीमा रखी जाए और आरोप ये भी है कि प्रशासन चाहता है कि हॉस्टल के कर्मचारियों की तनख्वाह भी स्टूडेंट के हिस्से से ली जाए.