
जेएनयू में देश विरोधी नारेबाजी का मुद्दा अभी गरम ही है कि मंगलवार को पश्चिम बंगाल के जादवपुर यूनिवर्सिटी में भी ऐसे ही स्लोगन सुनाई पड़े.
मणिपुर की आजादी के नारे भी लगे
मंगलवार शाम को जादवपुर यूनिवर्सिटी कैंपस में जेएनयू के छात्रों के समर्थन में बुलाए गए प्रोटेस्ट मार्च में कुछ स्टूडेंट्स ने रैली निकालकर मणिपुर की आजादी के समर्थन, PM मोदी और आरएसएस के विरोध में नारे लगाए.
जादवपुर विश्वविद्यालय परिसर से दक्षिणी कोलकाता तक निकाली गयी मशाल रैली में विश्वविद्यालय के सभी संकायों के छात्रों ने हिस्सा लिया और उसमें नारे लगाये गये ‘अफजल बोले आजादी’, ‘गिलानी बोले आजादी’. रैली के दौरान नारे लगाए गए, ‘फ्रीडम फ्राम आरएसएस, फ्रीडम फ्राम मोदी गवर्नमेंट’, ‘जब कश्मीर ने मांगी आजादी, मणिपुर भी बोली आजादी.’ संपर्क किए जाने पर एसएफआई की स्थानीय समिति के सचिव सामान्य राह ने कहा कि देशद्रोह के आरोप में कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी का विरोध करने के लिए एक व्यापक आयोजन था.
इसी साल बंगाल में चुनाव होने है ऐसे में ये मामला और गरमा सकता है. जेएनयू में देशविरोधी नारों और उसके पीछे लेफ्ट के युवा कार्यकर्ताओं की संलिप्तता सामने आने के मामले पर देशभर में माहौल वैसे ही गर्माया हुआ है.
बीजेपी ने की निंदा
बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जादवपुर यूनिवर्सिटी में लगे देशविरोधी नारेबाजी की निंदा की है. गिरिराज सिंह ने कहा कि लेफ्ट पार्टियों, कांग्रेस और ममत बनर्जी को इस बारे में जवाब देना चाहिए.
लेफ्ट का सरकार पर हमला
वहीं वामपंथी नेता मोहम्मद सलीम ने कहा कि सरकार को ये जानना होगा की आखिर ऐसे नारे क्यों लग रहे हैं. सलीम ने कहा कि पूरे देश में नागपुर वाले लोग बैठकर विश्वद्यालयों को सर्टिफिकेट दे रहे हैं कि कौन राष्ट्रवादी है और कौन राष्ट्रद्रोही है.
जेएनयू मुद्दे पर तनाव बरकरार
एक तरफ जहां एबीवीपी से जुड़े छात्र देशविरोधी नारा लगाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं वहीं JNUTA से जुड़े टीचर्स ने कहा, 'यूनिवर्सिटी अपनी पढ़ाई के लिए जानी जाती है. लेकिन ऐसी हरकत से इमेज खराब हुआ. हमने वीसी से मुलाकात उन्हें सपोर्ट दिया. एक-दो धड़ा ऐसा भी है जो देश के खिलाफ काम कर रहा है. जो एंटी-नेशनल काम कर रहा है उसे जरूर सजा दी जानी चाहिए.'