
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में रविवार को हुई हिंसा और फीस बढ़ोतरी के खिलाफ छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है. जेएनयू के छात्रों ने वाइस चांसलर एम जगदीश कुमार को हटाने की मांग को लेकर कल गुरुवार को दिल्ली में जोरदार प्रदर्शन किया. शुक्रवार को HRD मंत्रालय के अधिकारियों और वीसी के बीच एक बार फिर बैठक हुई. इस बैठक को लेकर HRD सेक्रेटरी शाम चार बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.
शांति बहाली की कोशिश जारी
HRD मंत्रालय के सचिवों से मिलने के बाद जेएनयू वीसी एम. जगदीश कुमार ने कहा कि यूनिवर्सिटी में हालात शांतिपूर्ण हैं. यूनिवर्सिटी जल्द ही सही काम करने लगेगी और पढ़ाई शुरू होगी. हम लगातार छात्रों की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं.
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के वाइस चांसलर एम जगदीश कुमार के इस्तीफे की मांग पर एचआरडी सचिव ने कहा कि हमारी पहली और सबसे मुख्य प्राथमिकता कैपस में सामान्य स्थिति बहाल करना और दोनों पक्षों के बीच कम्युनिकेशन गैप को समाप्त करना है.
दोनों की अपनी शिकायतेंः HRD
उन्होंने आगे कहा कि संस्थान व्यक्तित्व से बड़ा होता है और जेएनयू एक प्रतिष्ठित संस्थान है. उन्होंने आगे यह भी कहा कि छात्रों को शैक्षणिक गतिविधियों में वापस लाने की तुलना में वाइस चांसलर को हटाने का मामला बहुत बड़ा नहीं है.
एचआरडी सचिव अमित खरे ने कहा कि छात्रों और शिक्षकों दोनों की शिकायतें हैं और हम उनकी समस्याओं को हल करने की कोशिश कर रहे हैं. हम मानते हैं कि उनके बीच कम्युनिकेशन गैप है. एचआरडी मंत्रालय के रूप में, हमें यह भी लगता है कि संस्थानों के प्रति हमारी जिम्मेदारी है.
HRD के साथ आज तीसरी बैठक
मानव संसाधन विकास मंत्रालय (HRD) जेएनयू कैंपस में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जारी होने के बीच रविवार को कैंपस में जेनएयू छात्रसंघ और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP)के छात्रों के बीच खूनी संघर्ष होने के बाद पिछले एक हफ्ते में 2 बार जेएनयू के वाइस चांसलर को बुला चुका है. आज शुक्रवार को फीस री-स्ट्रक्चरिंग के मुद्दे पर यह उनकी तीसरी बैठक होगी. वाइस चांसलर के साथ बैठक के बाद छात्रों के प्रतिनिधिमंडल को भी मिलने के लिए बुलाया गया है.
जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने साकेत मेनन और प्रोफेसर लोबियाल की अगुवाई में जेएनयू अध्यापक संघ (JNUTA) ने वाइस चांसलर को हटाने की मांग की थी और साथ ही उनकी यह भी मांग थी कि फीस की पुरानी व्यवस्था को बहाल किया जाए.
बैठक के बाद बाहर इंतजार कर रहे लोगों को संबोधित करते हुए आइशी घोष ने कहा कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय (HRD) के साथ बैठक असंतोषजनक थी क्योंकि उन्होंने हमसे वाइस चांसलर (VC) के साथ बातचीत करने को कहा था. लेकिन हम तब तक भरोसा नहीं करेंगे जब तक उन्हें बर्खास्त नहीं कर दिया जाता.
प्रदर्शन के दौरान झड़प
वीसी की बर्खास्तगी और फीस वृद्धि को खत्म करने की मांग को लेकर छात्रों ने जेएनयू कैंपस से मंडी हाउस और जंतर मंतर तक मार्च निकाला . इसके बाद छात्र राष्ट्रपति भवन की ओर बढ़े. हालांकि दिल्ली पुलिस ने उनको रोक दिया.
प्रदर्शन के दौरान छात्र-छात्राओं और पुलिस के बीच झड़प भी हुई. पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया. हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया. छात्रों का प्रदर्शन जब शास्त्री भवन पर चल रहा था, तो इसी दौरान एक प्रदर्शनकारी छात्रा ने एडिशनल डीसीपी इंगित प्रताप सिंह के हाथ पर काट लिया. एडिशनल डीसीपी इंगित प्रताप सिंह के हाथ से खून निकल आया. इसके बाद उनको इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. दूसरी ओर, हिंसा के 5 दिन गुजर जाने के बाद भी दिल्ली पुलिस नकाबपोश हमलावरों तक नहीं पहुंच सकी है.