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इंदौर से एक लड़की एक कामयाब जर्नलिस्ट बनने का ख्वाब पाले दिल्ली आती है. फिर दिल्ली के करीब ही फरीदाबाद में रह कर वो अपने ख्वाब को पंख देती है. एक वेब पोर्टल में वो बतौर रिपोर्टर काम कर रही थी. सब कुछ ठीकठाक चल रहा था लेकिन तभी 1 मई की देर रात जिस पांचवीं मंजिल पर उसका फ्लैट था, उसी पांचवीं मंजिल से गिर कर अचानक उसकी मौत हो जाती है. मौत की तफ्तीश शुरू होती है और तभी पुलिस की नजर मौत से चार महीने पहले लिखी गई एक लाइन पर पड़ती है.
फेसबुक पर ये लाइन उसी ने लिखी थी 'एक मश्विरा चाहिए....खुदकुशी कर लूं या इश्क?' करीब चार महीने पहले 24 नवंबर 2015 को पूजा तिवारी ने अपने फेसबुक पर ये सवाल पूछा था. ये सवाल यूं ही था, या इसके पीछे तब भी कोई मतलब था ये तो पता नहीं. मगर चार महीने बाद पूजा की मौत और खास कर जिस तरीके से उसकी मौत हुई उसके बाद अचानक ये सवाल बेहद अहम हो गया है. पर इस सवाल का मतलब आप समझें उसके लिए पूरा कहानी समझना पहले जरूरी है.
मौत के वक्त फ्लैट में मौजूद थे दोस्त
पूजा तिवारी फरीदाबाद के एक वेब पोर्टल में जर्नलिस्ट थी और फरीदाबाद में ही इसी अपार्टमेंट की पांचवीं मंजिल पर किराए के फ्लैट में रहती थी. पिछले रविवार यानी एक मई की देर रात इसी अपार्टमेंट की पांचवीं मंजिल से गिर जाने की वजह से उसकी मौत हो गई. जब पूजा पांचवीं मंजिल से गिरी थी तब उस वक्त उसके फ्लैट में उसके दो दोस्त भी मौजूद थे. एक पुलिस इंस्पेक्टर अमित और दूसरी अमरीन.
पूजा की मौत के फौरन बाद उसके दोनों दोस्तों ने पुलिस को यही बताया कि पूजा ने खुद ही ऊपर से छलांग लगाई थी क्योंकि वो पुलिस में दर्ज अपने खिलाफ ब्लैकमेलिंग के एक केस को लेकर परेशान थी.
कहानी का पहला पहलू
दरअसल जिस वेब पोर्टल में पूजा काम करती थी उसी पोर्टल के लिए उसने एक स्टोरी की थी. ये स्टोरी झोलाछाप डॉक्टरों और खासकर उन डॉक्टरों के खिलाफ थी जो भ्रूण हत्या में शामिल थे. इस सिलसिले में पूजा ने अपने दोस्त के साथ मिलकर स्टिंग भी किया था. मगर बाद में उन्हीं में से एक डॉक्टर ने पूजा के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट लिखा दी कि वो उससे दो लाख रुपए मांग रही है और ब्लैकमेल कर रही है. अब चूंकि पुलिस में मामला दर्ज था, लिहाजा पुलिस ने भी शुरुआत में मान लिया कि बहुत मुमकिन है कि इसी तनाव में पूजा ने खुदकुशी कर ली हो.
कहानी में आया ट्विस्ट
ये था कहानी का एक पहलू मगर इस कहानी में बस एक दिक्कत थी, और वो ये कि पूजा के खिलाफ ब्लैकमेलिंग का मामला काफी दिन पहले दर्ज हुआ था. अगर उसने सिर्फ उसी वजह से अपनी जान दी तो कोई सुसाइड नोट नहीं क्यों नहीं लिखा? पुलिस इसी पहलू से अभी मामले को खंगाल ही रही थी कि तभी कुछ ऐसी चीजें सामने आईं जिसने पूजा की मौत की कहानी में कई नए मोड़ ला दिए.
फोन में मिली कॉल की रिकॉर्डिंग
मौत का एक सीधा-साधा सा केस अचानक बेहद पेचीदा हो गया है. क्योंकि पूजा के फोन में एक रिकॉर्डिंग बरामद हुई. इस रिकार्डिड बातचीत में कई ऐसी बातें हैं जिनमें पूजा की मौत का राज छुपा है. और ये सारी बातचीत पूजा की मौत से बस कुछ देर पहले की है. इस बातचीत से न सिर्फ पूजा की मौत का सच पता चल सकता है बल्कि उसके उस सवाल का जवाब भी मिल सकता है जो उसने फेसबुक पर चार महीने पहले लिखा था.
दरअसल जिस रात पूजा की मौत हुई उस शाम को भी इंस्पेक्टर अमित पूजा के साथ था और मौत से ऐन पहले भी साथ था. शाम को अमित और पूजा फ्लैट के पास ही किसी पार्क में बैठे थे. अमित तब पार्क में ही बैठा शराब पी रहा था. इसके बाद रात डेढ़ बजे तक इंस्पेक्टर पूजा के घर में ही था. यहां तक कि पूजा पांचवीं मंजिल से नीचे तब गिरी जब अमित के हाथ से उसका हाथ छूटा. पूजा की फोन पर उसके दोस्त भरत से बात हुई. इस वक्त पूजा के साथ अमित भी मौजूद था. कॉल रिकॉर्डिंग शाम 05.12 से 05.40 तक की है.
क्या है रिकॉर्डिंग में?
इस रिकॉर्डिंग में अमित वशिष्ठ नाम का ये पुलिस इंस्पेक्टर, जिसे पूजा के घरवाले अपना फैमिली फ्रेंड और पूजा का लोकल गार्जियन बता रहे हैं, पूजा से कैसे और किस मुद्दे पर बात कर रहा है. शराब के नशे में धुत्त ये लोकल गार्जियन बिल्कुल पुलिसिया अंदाज में पूजा से वो सबकुछ पूछ रहा है, जो आमतौर पर किसी की निजी जिंदगी में बड़ी अहम जगह रखने वाला कोई शख्स ही पूछ सकता है. वो पूछ रहा है कि बंकी नाम के एक लड़के के साथ पूजा अकेले रूम में क्यों गई और कितनी देर रही और क्या-क्या किया. यहां पूजा और अमित एक साथ हैं, जबकि भरत नाम का तीसरा दोस्त फोन पर है.
ये बात अपने-आप में पूजा की जिंदगी में अमित के रोल की एक झलक दिखाती है. इत्तेफाक से जिस रोज पूजा की रहस्यमयी हालात में पांचवीं मंजिल से गिरकर मौत हुई, तब भी अमित वशिष्ठ आधी रात को पूजा के कमरे में था और इन दोनों ने अपनी एक तीसरी फ्रेंड अमरीन के साथ मिलकर उस रात जमकर शराब पी थी लेकिन इससे पहले अमित ने काफी हंगामा किया था.
अमित के खिलाफ आरोपी डॉक्टर
लेकिन इतना होने के बावजूद फरीदाबाद पुलिस फिलहाल सिर्फ अमरीन के उसी बयान की बिनाह पर पूजा की मौत को सीधी-सीधी खुदकुशी मान कर चल रही है, जिसमें अमरीन ने ब्लैकमेलिंग का केस दर्ज होने की वजह से पूजा के खुदकुशी करने की बात कही है. हालांकि जिस डॉक्टर ने पूजा के खिलाफ ब्लैकमेलिंग की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी और पूजा की खुदकुशी के बाद जिसे फरीदाबाद पुलिस ने खुदकुशी के लिए मजबूर करने का मुल्जिम बनाया है, अब वो खुलकर इंस्पेक्टर अमित वशिष्ठ के खिलाफ आ गया है. डॉ अनिल गोयल ने कहा, 'अमित की भूमिका संदिग्ध है. वो रात डेढ़ बजे पूजा के कमरे में क्या कर रहा था. हो सकता है, उसी ने धक्का दिया हो.'
अमित ने सुनाई ये कहानी
उधर, सवालों के घेरे में आए अमित ने पूजा की खुदकुशी की जो कहानी सुनाई है, वो भी अपने-आप में बेहद अजीब है. अमित की माने तो उस रात पूजा पहले बालकनी से लटक गई थी और तब उसने पूजा का हाथ भी पकड़ लिया था, लेकिन हाथ छूट गया और पूजा पांचवीं मंजिल से नीचे गिर गई.
अब सवाल ये उठता है कि अगर आधी रात को ये सब कुछ चल रहा था, तो उसने पूजा की जान बचाने के लिए शोर क्यों नहीं मचाया. क्यों उसकी तीसरी फ्रेंड अमरीन दूसरे कमरे से बालकनी तक नहीं चली आई. जाहिर, उस रात पूजा की मौत से पहले काफी कुछ हुआ और अमित देर तक पूजा से रिश्तों को लेकर हंगामा भी करता रहा. ऐसे में ये साफ है कि मामला जितनी सीधी-सपाट खुदकुशी का बताया जा रहा है, वैसा है नहीं.
शादी कर चुके थे अमित और पूजा
अब पूजा की मौत के बाद पूजा की ही एक पड़ोसी सामने आई है और उसने पूजा और अमित के रिश्तों को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. इस महिला का दावा है कि पूजा और इंस्पेक्टर शादी कर चुके थे. खुद को पूजा की मुंहबोली भाभी बताने वाली इस महिला का नाम ऊषा है. ऊषा का कहना है कि पूजा, अमित से न सिर्फ बेइंतेहा प्यार करती थी, बल्कि दोनों ने शादी भी कर ली थी लेकिन अमित हमेशा उसके साथ ज्यादती करता था. उसे अक्सर बुरी तरह मारता-पीटता भी था.
बच्चे को जन्म देने के लिए विदेश जाना चाहती थी पूजा
दरअसल, पूजा फरीदाबाद में जिस जगह पहले किराए के मकान में रहती थी, उसी के पास ऊषा की दुकान है. पूजा अकसर ऊषा के दुकान में आया करती थी. यहीं से दोनों की दोस्ती हुई. इसके बाद पूजा ऊषा को भाभी बुलाने लगी. ऊषा के मुताबिक पूजा उसे अपनी सारी बातें बताती थी. बकौल ऊषा पूजा ने ही कुछ वक्त पहले बताया था अमित पहले से शादीशुदा था लेकिन ये बात उसने उससे छुपा रखी थी. मगर बाद में पूजा को सच पता चल गया जिसके बाद दोनों में झगड़ा भी हुआ. ऊषा के मुताबिक पूजा प्रेगनेंट भी हुई थी लेकिन अमित ने उसका अबॉर्शन करवा दिया. ऐसे में पूजा आगे प्रेगनेंट होने पर विदेश जा कर अपने बच्चे को जन्म देना चाहती थी.
नहीं बताने दी गई सच्चाई
ऊषा का कहना है कि पूजा की खुदकुशी को लेकर जो बातें कही जा रही है, वो झूठी है. पूजा इतनी मजबूत लड़की थी कि वो खुदकुशी कर ही नहीं सकती. ऊषा ने कहा कि उसके मोबाइल में पूजा ने अपनी निजी तस्वीरें भेजी थी. इनमें उनकी पूजा और अमित की शादी की तस्वीरें भी थीं. मगर खुद पूजा के भाई ने वो सारी तस्वीरें मोबाइल से डिलीट कर दीं. ऊषा का कहना है कि वो पूजा के मां-बाप को उसकी सच्चाई बताना चाहती थी लेकिन पूजा के भाई और अमित के लोगों ने उसे ऐसा नहीं करने दिया.
बहुत मजबूत थी पूजा
मौत से चंद घंटे पहले तक जो पूजा मुंबई ऑफिस जाकर अपने खिलाफ दर्ज ब्लैकमेलिंग के मामले में अपना पक्ष रखने की बात कह रही थी, उसी ने थोड़ी ही देर बाद पांचवीं मंजिल से कूद कर खुदकुशी कैसे कर ली? ये एक बड़ा सवाल है. ये सवाल इसलिए भी बड़ा है, क्योंकि पूजा को जानने वाले बताते हैं कि वो कमजोर लड़की नहीं थी बल्कि बेहद खुशमिजाज और मजबूत लड़की थी.
देश का एक बड़ा और नामी जर्नलिस्ट बनने का सपना लिए कुछ साल पहले पूजा तिवारी इंदौर से दिल्ली आई थी. कुछ अखबारों में काम किया फिर बस कुछ वक्त पहले ही एक बड़े ग्रुप के न्यूज पोर्टल में नौकरी मिल गई.
यहीं काम करते हुए उसने झोला छाप डॉक्टरों पर एक स्टिंग ऑपरेशन भी किया लेकिन ये स्टिंग ऑपरेशन उसके लिए बड़ा सिर दर्द साबित हुआ. डॉक्टरों ने उसके खिलाफ ब्लैकमेलिंग की रिपोर्ट लिखवा दी और पूजा सस्पेंड हो गई. लेकिन पूजा को जानने वाले लोगों की मानें तो वो इतनी कमज़ोर नहीं थी कि महज इतनी सी बात पर खुदकुशी कर लेती. क्योंकि अपनी खुदकुशी से ऐन पहले भी अपने एक दोस्त के साथ बात करते हुए पूजा ने इस मामले में अपना पक्ष रखने के लिए पोर्टल के मुंबई ऑफिस जाने का अपना प्लान शेयर किया था. ऐसे में वो कुछ देर बाद खुदकुशी कर लेगी, ये सोचना भी मुश्किल है.
लेकिन इसके कुछ ही देर बाद उसकी रहस्यमयी हालात में मौत हो गई. पूजा फेसबुक पर काफी एक्टिव थी और अक्सर अपनी तस्वीरें अपलोड किया करती थी लेकिन हैरानी की बात ये है कि पूजा जिस इंस्पेक्टर अमित के इतने करीब थी, उसने उसकी कोई तस्वीर कभी फेसबुक पर नहीं डाली. वैसे पूजा की मुंह बोली भाभी की मानें तो अमित हमेशा अपने और पूजा के रिश्ते को छुपाए रखना चाहता था. और बाद के दिनों में जब ये राज खुल गया, तो वो पूजा को सदभावना अपार्टमेंट ले गया.