
कांग्रेस से इस्तीफा देकर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. सिंधिया को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई. इसके बाद मीडिया को संबोधित करते हुए बीजेपी के मंच से ही सिंधिया ने मंदसौर गोलीकांड भी याद दिलाया, जहां शिवराज सरकार के दौरान सीआरपीएफ की गोली से पांच किसानों की मौत हो गई थी. सिंधिया के द्वारा इस बात का जिक्र करने के बाद भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से जब मंदसौर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा इसमें दिक्कत क्या है.
बीजेपी में शामिल होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि मंदसौर कांड को उठाकर कांग्रेस सत्ता में आई थी. मध्य प्रदेश में सरकार बनने के 18 महीने के बाद भी हम अपने वादों को पूरा नहीं कर पाए. मंदसौर गोलीकांड में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई और न्याय कांग्रेस सरकार नहीं दे सकी. इतना ही नहीं उन्होंने मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर किसानों-युवाओं से किए वादे न निभाने और भ्रष्टाचार में डूबे रहने का आरोप भी लगाया.
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बता दें कि मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह की जब सरकार थी, उसी दौरान 6 जून 2017 को मंदसौर में पुलिस और सीआरपीएफ की गोली से पांच किसानों को मौत हो गई थी. मंदसौर के इस गोलीकांड से शिवराज सिंह चौहान की काफी किरकिरी हुई थी. कांग्रेस ने इसे लेकर बीजेपी और शिवराज सरकार को जमकर घेरा था. मध्य प्रदेश की सत्ता से शिवराज की विदाई में मंदसौर की घटना अहम कड़ी बनी थी. ऐसे में सिंधिया ने बीजेपी के मंच से इस मुद्दे को उठाकर एक बार फिर मंदसौर की घटना को ताजा कर दिया है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया के मंदसौर की घटना को उठाने के बाद भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रेस को संबोधित करते हुए सिंधिया का स्वागत किया. इस दौरान मंदसौर के मुद्दे के सिंधिया के उठाने पर शिवराज सिंह से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसमें दिक्कत क्या है. अब मध्य प्रदेश में महाराज और शिवराज एक हैं.
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इससे पहले मीडिया को संबोधित करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, 'आज मैं दुखी भी हूं और व्यथित भी कि कांग्रेस पार्टी पहले जैसी नहीं रही. कांग्रेस में वास्तविकता से इनकार करना और नए नेतृत्व को मान्यता नहीं मिल रही है. यह तो केंद्रीय नेतृत्व का हाल है, मेरे गृह राज्य में 2018 में हमने एक सपने के साथ सरकार बनाई थी, लेकिन 18 महीने में यह सपना चकनाचूर हो गया.'
सिंधिया ने कहा कि किसानों को बोनस नहीं मिल रहा है, रोजगार के अवसर नहीं. वचनपत्र में कहा था कि हर महीने एक राशि दी जाएगी लेकिन इसकी सुध नहीं ली गई. कांग्रेस में रहकर जनसेवा नहीं की जा सकती. आज मध्य प्रदेश में ट्रांसफर उद्योग चल रहा है. इसलिए मैंने भारत और भारतमाता की सेवा के लिए नया मंच चुना है. प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने मुझे एक नए मंच पर आने मौका दिया है.
वहीं, सिंधिया के सुर में शिवराज सिंह चौहान ने भी सुर मिलाया और कहा कि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने मध्य प्रदेश को बर्बाद कर दिया है. प्रदेश में लूट के ऐसे उदाहरण देखने को मिले हैं. उन्होंने कहा कि सिंधिया का बीजेपी में आना मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से आनंद और प्रसन्नता का दिन है. आज मुझे राजमाता की याद आ गयी. देश-प्रदेश में भाजपा को बनाने में उनका अतुलनीय योगदान था. आज उनके पोते बीजेपी में आए हैं. सिंधिया युवा, ऊर्जावान और कल्पनाशीलता, प्रतिभा के धनी हैं.