
लेबर पार्टी के सांसद जेरेमी कॉर्बिन से मुलाकात को लेकर इंडियन ओवरसीज कांग्रेस (IOC), यूके के अध्यक्ष कमल धालीवाल ने सफाई जारी की है. कमल धालीवाल ने कॉर्बिन के उस दावे को खारिज कर दिया है जिसमें उन्होंने कहा था कि आईओसी के सदस्यों से कश्मीर के हालात पर चर्चा की गई. कॉर्बिन ने ट्वीट में नसीहत दी कि कश्मीर में तनाव घटने चाहिए और भय और हिंसा का दौर भी थमना चाहिए.
कमल धालीवाल ने कहा कि बुधवार को इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के कुछ नेता और भारतीय समुदाय के कुछ लोगों ने कोर्बिन से मुलाकात की थी. इस मुलाकात में कोर्बिन से उनकी पार्टी के कश्मीर पर प्रस्ताव पर फिर से विचार करने को कहा गया था.
धालीवाल ने इंडिया टुडे को बताया कि कश्मीर का मामला जेरेमी कॉर्बिन ने खुद उठाया था, लेकिन इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रवक्ता सुधाकर गौड ने इसका विरोध किया और कहा कि दुनिया के जिस भी कोने में भारतीय होंगे वो किसी भी राजनीतिक दल को भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने की अनुमति नहीं देते.
कॉर्बिन के ट्वीट पर आपत्ति जताते और दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए धालीवाल ने कहा कि मैंने जेरेमी कॉर्बिन को कश्मीर में बिताए अपने बचपन के दिनों के बारे में बताया. जब 300 मुस्लिम, 4 सिख और 15 से 20 हिंदू साथ पढ़ते थे और कोई मुद्दा नहीं होता था. हम शांतिपूर्वक साथ पढ़ते थे. जो भी आप कश्मीर पर सोचते हैं वो हकीकत नहीं है.
इससे पहले कांग्रेस ने भी इस पूरे मामले पर सफाई दी थी. कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि यह मामला हमारे ध्यान में आया है, जिस प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की उसे भारत के आंतरिक मामले पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि कहा कि कश्मीर को लेकर कांग्रेस की स्थिति स्पष्ट है. जम्मू कश्मीर राज्य से संबंधित कोई भी मुद्दा विशुद्ध रूप से भारत का आंतरिक मामला है.
क्या है मामला?
जम्मू-कश्मीर पर मोदी सरकार के फैसले का विरोध करने वाले लेबर पार्टी के सांसद जेरेमी कॉर्बिन से कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की. इस मुलाकात पर बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा. बीजेपी ने कांग्रेस के इस कदम को भय पैदा करने वाला बताया और कहा कि कांग्रेस को देश की जनता को यह बताना होगा कि उसके नेता विदेश जाकर विदेशी नेताओं से भारत के बारे में क्या बात करते हैं.