
देश में गोवंश पर जारी राजनीति के बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सोमवार को अधिकारियों को निर्देश दिया कि गोमाता प्रदेश की सड़क पर नहीं दिखनी चाहिए. उनके लिए प्रदेश के हर जिले में जल्द से जल्द गौशाला बनवाई जाएं, जहां उन्हें सुरक्षित रखा जा सके. दरअसल, गोकशी को लेकर कड़े कानून और गोरक्षा के नाम हो रही हिंसा के बाद यह पाया गया कि बड़ी तादाद में आवारा पशु सड़कों पर आ रहे हैं और किसानों की फसलों को नुकसान भी पहुंचा रहे हैं.
मुख्यमंत्री बनने के बाद कमलनाथ पहली बार रविवार को अपने गृह जिले छिंदवाड़ा पहुंचे. जहां उन्होंने एक रोड शो और जन आभार रैली को संबोधित किया. वहीं सोमवार को संभागीय अफसरों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर जिले में गौशाला का निर्माण जल्द होना चाहिए. ये कांग्रेस का वचन पत्र का मामला ही नहीं है. ये मेरी भावना भी है. उन्होंने कहा कि गोमाता सड़क पर नहीं दिखनी चाहिए.
गौरतलब है कि कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव के लिए जारी अपने वचन पत्र में कहा था कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने पर वह हर ग्राम पंचायत में गौशाला खोलेगी और इसके संचालन हेतु अनुदान देगी. प्रदेश में गोवध पर प्रतिबंध है, जिसके कारण राज्य में गोवंश की तादात काफी हो चुकी है. कमलनाथ ने गोमाता पर देश में चल रही राजनीति के बीच यह बात कही है.
बता दें कि लोगों द्वारा आवारा छोड़ दिए गए गायों के सड़कों पर रहने से विशेष रूप से शहरी इलाकों में ट्रैफिक बाधित होता है और कई बार ये दुर्घटनाओं का कारण भी बन जाते हैं, जिससे लोग हताहत हो जाते हैं. इसके अलावा आवारा गोवंश किसानों की फसलों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं. गोवंशों के गोशालाओं में रहने से इससे भी निजात मिल जाएगी.