
देश की केंद्रीय सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार विभन्न स्थानों/संस्थानों का नाम बदलने में लगी हुई है. इस बार गुजरात के कांडला पोर्ट का नाम बदला गया है. और इस बार भी आरएसएस के विचारक दीन दयाल उपाध्याय के नाम पर नया नामकरण हुआ है.
जहाजरानी मंत्रालय ने मंगलवार को कांडला पोर्ट ट्रस्ट का नाम बदलकर दीन दयाल पोर्ट ट्रस्ट करने से संबंधित आदेश जारी किया. नया नाम तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है.
कच्छ के रण में स्थित कांडला पोर्ट ट्रस्ट देश के 12 सबसे बड़े बंदरगाहों में से एक है. मंत्रालय के आदेशानुसार, केंद्रीय सरकार ने भारतीय पोर्ट अधिनियम-1908 के अंतर्गत प्राप्त शक्तियों के आधार पर कांडला पोर्ट ट्रस्ट का नाम संशोधित कर दीन दयाल पोर्ट ट्रस्ट किया है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुझाव पर कांडला पोर्ट का नाम बदला गया है.
उल्लेखनीय है कि कांडला बंदरगाह पर विभिन्न परियोजनाओं का शुभारंभ करते हुए मई महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह सुझाव दिया था कि कांडला पोर्ट का नाम बदलकर पंडित दीन दयाल उपाध्याय पोर्ट कर देना चाहिए. यह भी ज्ञात हो कि केंद्र सरकार ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय के जन्म के शताब्दी वर्ष में पूरे वर्ष जन्मशती समारोह मनाने की घोषणा की थी. पंडित दीन दयाल उपाध्याय जन्मशती समारोह के समापन के अवसर पर जहाजरानी मंत्रालय ने कांडला पोर्ट के नए नामकरण से संबंधित आदेश जारी किया.