
बेबी डॉल गाने ने बॉलीवुड गायिका को अचानक इनती प्रसिद्धि नहीं दिलाई जितनी उन्हें कोरोना से पीडि़त होने पर देश-विदेश में मिली. कनिका नौ मार्च को लंदन से मुंबई और वहां से 11 मार्च को लखनऊ आई थीं. लखनऊ एयरपोर्ट पर उतरते वक्त उन्हें बुखार नहीं था बावजूद मौके पर मौजूद स्वास्थ्य अधिकारियों ने उन्हें लंदन से आने के कारण आइसोलेशन में रहने की हिदायत दी थी. हिदायतों को नजरअंदाज करते हुए कनिका लखनऊ के महानगर में मौजूद गैलेंट अपार्टमेंट में हुई पार्टी में शामिल हुईं. इसके बाद 18 मार्च तक वह लखनऊ के होटल ताज समेत तीन अन्य जगहों में भी पार्टियों में शामिल हुईं.
18 मार्च की शाम को जब कनिका को तेज बुखार आया तब उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूचना दी. स्वास्थ्य विभाग की एक टीम ने उनके सैंपल लिया और 19 मार्च की देर रात कनिका में कोरोना की पुष्टि होते ही हडक़ंप मच गया.
यह मामला और हाइप्रोफाइल हो गया जब यह जानकारी मिली कि कनिका कपूर 14 मार्च को पूर्व सांसद अकबर अहमद डंपी के भतीजे और फैशन डिजायनर आदिल अहमद के तिलक मार्ग डालीबाग स्थित आवास पर एक दावत में शामिल हुई थीं. यहां यूपी के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया, सांसद दुष्यंत सिंह समेत कई नेता और अधिकारी मौजूद थे.
अगले दिन 15 मार्च को कनिका यूपी के लोकायुक्त संजय मिश्र के गौतमपल्ली स्थित आवास में पार्टी में गई थीं जहां पर कई रसूखदार अधिकारी और नेताओं ने भी शिरकत की थी. कनिका कानपुर भी एक कार्यक्रम के सिलसिले में गई थीं.
कोरोना पीडि़त कनिका के बिना किसी रोकटोक के भीड़भाड़ वाले स्थान में रहने के कारण प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार सकते में आ गई है.
सरकार का सबसे बड़ा सिरदर्द उन लोगों की पहचान कर उन्हें आइसोलेशन में रखने की है जो कनिका कपूर के साथ किसी पार्टी में मौजूद थे. सरकार ने कनिका कपूर करी पार्टी में शिरकत करने वाले लोगों के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश के नेतृत्व में एक कमेटी बना दी है. यह कमेटी आज देर शाम सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. जिलाधिकारी ने होटल ताज को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है. इसके अलावा जिला प्रशासन के अधिकारी लगातार सभी पार्टियों के सीसीटीवी फुटेज देखकर शमिल लोगों की पहचान करने में जुटे हैं.
हालांकि 20 मार्च की दोपहर तक कुल डेढ़ सौ लोगों के सैंपल लिए गए हैं जिनकी रिपोर्ट देर रात तक आने की उक्वमीद है. उधर, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह की कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद सरकार ने कुछ राहत की सांस ली है.
अचानक इस हाइप्रोफाइल मामले में इंटेलिजेंस ब्यूरो-आइबी भी अपनी जानकारी जुटाने में सक्रिय हो गया है ताकि कोरोना के लक्षणों वाला कोई भी मरीज इलाज के बगैर कहीं छिपा न हो.
आइबी के अधिकारियों का एक दल 20 मार्च की शाम को लखनऊ के कैसरबाग स्थित सीएमओ कार्यालय में पहुंचा. करीब एक घंटे तक बंद कमरे में स्वास्थ्य अधिकारियों से बातचीत में आइबी की टीम ने हर उन लोगों के बारे में विस्तार से जानकारी मांगी जो कनिका कपूर की पार्टी में या तो मौजूद थे या उसके संचालक थे. मुख्य चिकित्साधिकारी, लखनऊ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने आइबी की टीम को करीब 44 लोगों के बारे में सूचनाएं मुहैया कराई. फिलहाल आइबी की जांच टीम लखनऊ में डेरा डाले हुए है. शालीमार गैलेंट और कनिका कपूर की पार्टी में मौजूद सुरक्षा गार्डो से भी जांच दल ने 21 मार्च को पूछताछ की है.
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