
यूपी का मोस्ट वॉन्टेड अपराधी विकास दुबे भले ही यूपी पुलिस के हाथ ना आया हो, लेकिन उसने मध्य प्रदेश जाकर उज्जैन पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया. इसके बाद एमपी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. यूपी पुलिस ने विकास दुबे पर पांच लाख का इनाम घोषित कर रखा था. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि अब वो पांच लाख का इनाम किसे मिलेगा. कौन बनेगा लखपति.
अगर गैंगस्टर विकास दुबे यूपी पुलिस के हाथ आ जाता तो उसका एनकाउंटर तय था. लेकिन उस शातिर बदमाश ने एक बार फिर यूपी पुलिस को चकमा दे दिया और उज्जैन जाकर आत्मसमर्पण कर दिया. ऐसे में उस पर घोषित किया गया पांच लाख का इनाम किसे मिलेगा, इस बात पर चर्चा तेज हो गई है.
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पुलिस की दावेदारी
दरअसल, विकास दुबे के सरेंडर करने के बाद इस इनाम के अलग-अलग दावेदार माने जा रहे हैं. इनमें सबसे ऊपर नाम है महाकाल थाना पुलिस का. जिन्होंने विकास को महाकाल मंदिर परिसर से गिरफ्तार किया. मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी अपने बयान में यही बताया कि उज्जैन पुलिस पहले से अलर्ट थी, उन्हें जैसे ही जानकारी मिली तुरंत विकास दुबे को पकड़ लिया. मंत्री ने दावा किया कि उनकी पुलिस ने कुख्यात बदमाश विकास दुबे को गिरफ्तार किया है.
मंदिर के सुरक्षाकर्मी
फिर दावेदार हो सकते हैं महाकाल मंदिर के सुरक्षाकर्मी. क्योंकि एक गार्ड ने आजतक को बताया कि उसने संदिग्ध हालात में विकास को वहां घूमते देखा तो उसे टोका. उसका पहचान पत्र मांगा. जब उसने आनाकानी की तो उसने वहीं परिसर में मौजूद पुलिस चौकी से पुलिसकर्मियों को बुला लिया. इसके बाद पुलिसकर्मी वहां पहुंचे और उसे गिरफ्तार कर लिया.
मंदिर के पुजारी
महाकाल मंदिर के पुजारी महेश ने बताया कि वो मंदिर आया. नियमानुसार पूजा अर्चना की. सभी पुजारी कोरोना के खात्मे के लिए सामूहिक पूजन कर रहे थे. तभी इसे देखकर सभी को कुछ शक हुआ. सभी पुजारियों ने सुरक्षाकर्मियों के साथ इस संबंध में चर्चा की. मंदिर परिसर में उसकी संदिग्ध अवस्था देखकर पुलिस को सूचना दी गई और उसे पकड़ लिया गया.
मंदिर परिसर के दुकानदार
उज्जैन के कलेक्टर ने आजतक से बात करते हुए दुकानदारों का जिक्र किया है, जो विकास को देख रहे थे. उन्हें उसका आचरण कुछ संदिग्ध लगा तो उन्होंने सुरक्षाकर्मियों को इस बारे में बताया था. डीएम के अनुसार सुबह करीब साढ़े सात बजे विकास उज्जैन के महाकाल मंदिर पहुंचा. कलेक्टर के मुताबिक, वहां उसने मंदिर में प्रवेश की पर्ची ली, जिसके बाद कुछ लोगों ने सुरक्षाकर्मियों को इसके बारे में बताया.
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बताया जा रहा है कि उज्जैन की स्थानीय मीडिया और पुलिस को इस बारे में ख़बर थी. विकास दुबे जैसे ही मंदिर से बाहर निकला. उससे पूछताछ की गई. जब पुलिस ने विकास दुबे से आईडी मांगी, तो बहस करने लगा. इसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया, इस दौरान विकास दुबे मंदिर के सामने अपना नाम चिल्ला रहा था. फिर उज्जैन पुलिस उसे गाड़ी में बैठाकर किसी अज्ञात जगह पर ले गई. गाड़ी में बैठते हुए विकास दुबे जोर से चिल्लाया "मैं विकास दुबे हूं..कानपुर वाला. इन्होंने पकड़ लिया है मुझे."
इनाम पर ये बोले यूपी के ADG
मध्य प्रदेश के उज्जैन में गैंगस्टर विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद इनाम को लेकर सवाल उठना लाजमी था. लिहाजा यूपी की राजधानी लखनऊ में जब एजीडी (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार से आज तक की टीम ने सवाल पूछा कि जो पांच लाख की इनाम राशि है, क्या मध्य प्रदेश पुलिस को जाएगी? ADG ने इस पर जवाब देते हुए कहा "ये चीजें आगे होंगी, इसके बारे में अभी परीक्षण होगा. देखते हैं, जो कार्रवाई होगी वो बताएंगे."