
कानपुर से सटे बिकरू गांव में शुक्रवार को तड़के पुलिस और विकास दुबे के गिरोह के बीच खूनी मुठभेड़ हुई. इसमें विकास दुबे के गुर्गों ने जेसीबी मशीन लगाकर पुलिस का रास्ता बंद कर दिया. जैसे ही पुलिसवाले आगे बढ़े उसके गुर्गों ने तीन तरफ से फायरिंग शुरू कर दी जिसमें 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए.
कानपुर के बिकरू गांव में अपराधी जब पुलिस को अपना निशाना बना रहे थे तो सिपाहियों ने उनसे चिल्ला कर कहा था कि हमें मत मारो, तुम बच नहीं पाओगे. अपनी जान बचाने के लिए पुलिस के सिपाही इधर उधर घरों में, शौचालय में घुसे थे. बदमाश उन्हें घेर-घेर कर मार रहे थे.
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विकास दुबे के घर के सामने एक टॉयलेट में सिपाहियों ने घुसकर अपनी जान बचाने की कोशिश भी की. लेकिन बदमाश छतों से नीचे उतर आए और सिपाहियों को वहां घेर लिया.
पुलिस मुठभेड़ में ढेर हुए प्रेम प्रकाश पाण्डेय की बहू सुषमा पाण्डेय ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि जब गोलियां चल रही थीं तब सिपाही जोर-जोर से चिल्ला रहे थे कि हमें जान से मत मारो, तुम लोग बच नहीं पाओगे. लेकिन बदमाश नहीं मानें और उन्होंने लगातार फ़ायरिंग की. जिसके बाद गोलियां चलीं और उन सभी की आवाजें बंद हो गईं.
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असल में, विकास के 8 से 10 गुर्गों ने पुलिस पर तीन ओर से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. घर के अंदर और छतों से गोलियां चलाई गईं. पुलिसकर्मियों की ओर से जवाबी कार्रवाई की गई, लेकिन अंधेरे के कारण बदमाश भागने में कामयाब हुए.