
कानपुर पुलिस ने गैंगस्टर विकास दुबे की बहू, पड़ोसी और नौकरानी को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि एनकाउंटर वाली रात इन लोगों ने भी विकास दुबे का साथ दिया था. तीनों की पहचान क्रमशः शमा, सुरेश वर्मा और रेखा के रूप में की गई है.
पुलिस के अनुसार, कानपुर देहात के बिकरू गांव में एनकाउंटर के दौरान इन तीनों ने विकास दुबे और उसके गुर्गों का साथ दिया था. पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान ये तीनों विकास दुबे को पुलिसकर्मियों की लोकेशन के बारे में सारी जानकारी दे रहे थे.
पुलिस ने बताया कि यहां तक कि गोलीबारी के दौरान विकास दुबे की बहू शमा ने अपने घर का दरवाजा तक नहीं खोला जब एक पुलिसवाला जान बचाने के लिए ठिकाना मांग रहा था.
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बता दें कि बीते गुरुवार की रात को कानपुर देहात के बिकरू गांव में विकास दुबे के घर पर पुलिस टीम छापेमारी करने गई थी. इस टीम की अगुवाई क्षेत्राधिकारी देवेंद्र मिश्रा कर रहे थे. जैसे ही टीम विकास दुबे के घर के बाहर पहुंची, वहां जेसीबी मशीन खड़ी थी. इस वजह से पुलिस टीम को घर से कुछ दूर पहले अपनी गाड़ी को छोड़ना पड़ा.
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जैसे ही पुलिस टीम गाड़ी से उतरकर विकास दुबे के घर की ओर बढ़ी, पहले से घात लगाए बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. पुलिसकर्मी कुछ समझ पाते, तब तक कई घायल हो चुके थे. इस शूटआउट में सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए. इस घटना के बाद से विकास दुबे फरार है.
बढ़ाया जांच का दायरा
यूपी पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है. हर नजरिये से जांच की जा रही है, जिससे गैंगस्टर विकास दुबे के काले कारनामे का पर्दाफाश हो जाए. वहीं कानपुर मामले में तत्कालीन एसएसपी अनंत देव की भूमिका की भी जांच होगी. शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा ने एसओ विनय तिवारी के ख़िलाफ़ शिकायत की थी. लेकिन कई बार शिकायत करने के बावजूद एसएसपी ने संज्ञान नहीं लिया था. सीओ ने लिखा था कि अगर विनय तिवारी के खिलाफ एक्शन नहीं हुआ तो भविष्य में गंभीर परिणाम हो सकते हैं. सीओ ने कहा था कि एसओ विनय तिवारी की विकास दुबे से मिलीभगत है.
विकास दुबे अब भी फरार
8 पुलिसकर्मियों के हत्याकांड का आरोपी विकास दुबे अभी फरार चल रहा है. यूपी पुलिस उसकी तलाश में चप्पे-चप्पे पर निगरानी में लगी है. पुलिस ने विकास दुबे के सिर पर ढाई लाख का इनाम घोषित किया है. प्रदेश के डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने कानपुर शूटआउट के मुख्य आरोपी विकास दुबे पर ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित किया है. सबसे पहले विकास दुबे पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था, जिसे एक लाख किया गया था. अब इसे बढ़ाकर ढाई लाख रुपये कर दिया गया है.