
यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के प्रचार अभियान में उतरने से कर्नाटक विधानसभा का चुनावी संग्राम दिलचस्प हो गया है. राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष की कमान सौंपने के बाद अपनी पहली चुनावी रैली को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पांच सवाल दागे, जिसके जवाब में पीएम मोदी ने कांग्रेस के पांच साल के पांच 'प्रपंच' गिना दिए.
कर्नाटक के बीजापुर में जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मोदी पर कांग्रेस मुक्त भारत का जुनून चढ़ा है और उन्हें कांग्रेस मुक्त भारत का भूत लग गया है. वो एक बड़े ओरिएटर और अभिनेता की तरह भाषण देते हैं. अगर उनके भाषण से देश का पेट भर सकता है, तो वो और भाषण दें.
सोनिया गांधी के हमले के बाद बेंगलुरु में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस का चरित्र ये है कि जिन लोगों को आज जेल में होना चाहिए, वो सरकार में बैठे हैं. उन्होंने कहा कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने लोकायुक्त को कमजोर कर दिया है. कांग्रेस के शासन में लोकायुक्त पर हमले होते हैं.
उन्होंने कहा कि इस चुनाव में कांग्रेस को अपने पांच साल का हिसाब देना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है. मोदी ने कहा कि कांग्रेस सिर्फ प्रपंच कर रही है. कांग्रेस के पंजे ने पांच प्रपंच करके न सिर्फ कर्नाटक को बर्बाद किया है, बल्कि आगामी पीढ़ी का भविष्य भी बर्बाद कर दिया है. कांग्रेस सरकार के पांच साल के प्रपंच को हर कर्नाटकवासी जनता है. कर्नाटक की पूरी कांग्रेस आज कल्पना जगत में खोई पड़ी है.
सोनिया गांधी ने पीएम मोदी से पूछे ये पांच सवाल
1. जनता से चार साल पहले किए गए वादों में से कौन सा वादा पूरा किया?
2. चार साल में देश के किसानों, युवाओं, मध्यम वर्ग, महिलाओं, बच्चियों, दलितों और पिछड़ों के लिए आपने क्या किया?
3. करप्शन मिटाने के आपके सबसे पसंदीदा वादे का क्या हुआ?
4. चार साल बाद भी आखिरकार लोकपाल क्यों नहीं लाया गया?
5. मोदी करप्शन मिटाने के लिए कर्नाटक में जो मंच पर ईर्द-गिर्द रहते हैं, उनका मॉडल अपनाएंगे या फिर अपने सबसे करीबी साथी के बेटे का मॉडल अपनाएंगे?
पीएम मोदी ने गिनाए कांग्रेस के ये पांच 'प्रपंच'
1- दिल्लीपति से गलीपति तक एक परिवार, उससे आगे कुछ नहीं.
2. करप्शन की सरकार.
3. अपराधियों का अत्याचार.
4. किसानों में हाहाकार.
5. देश, समाज, जाति को बांटो.