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कर्नाटक: मौजूदा MLAs, नेताओं के बेटों पर दांव खेल सकती है कांग्रेस

कर्नाटक की कुल 224 विधानसभा सीटों के लिए कांग्रेस 15 अप्रैल तक अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर सकती है. इसके लिए कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की उम्मीदवारों के नाम को अंतिम रूप देने के लिए 11 अप्रैल से बैठकों का दौर शुरू हो रहा है.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सिद्धारमैया सहित पार्टी नेता कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सिद्धारमैया सहित पार्टी नेता
कुबूल अहमद
  • नई दिल्ली,
  • 02 अप्रैल 2018,
  • अपडेटेड 9:38 AM IST

कर्नाटक के सिंहासन को बचाए रखने के लिए कांग्रेस पूरी तरह से एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है. यही वजह है कि विधानसभा चुनाव में पार्टी ऐसे उम्मीदवारों पर दांव खेल सकती है जो जीतने का माद्दा रखते हैं. इसी के मद्देनजर कांग्रेस आलाकमान और कर्नाटक में पार्टी के चेहरे सिद्धारमैया ने मौजूदा विधायकों में से ज्यादातर को दोबारा सियासी रणभूमि में उतारने की रणनीति बनाई है.

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15 अप्रैल को उम्मीदवारों की पहली लिस्ट?

कर्नाटक की कुल 224 विधानसभा सीटों के लिए कांग्रेस 15 अप्रैल तक अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर सकती है. इसके लिए कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की उम्मीदवारों के नाम को अंतिम रूप देने के लिए 11 अप्रैल से बैठकों का दौर शुरू हो रहा है.

कांग्रेस महासचिव मधुसूदन मिस्त्री की अगुवाई में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी कर्नाटक के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवारों की जांच पड़ताल करेंगे. कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति द्वारा जिला पार्टी की समितियों और पर्यवेक्षकों की सिफारिशों के आधार पर उम्मीदवारों के नाम कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी को भेजे गए हैं.

मौजूदा विधायकों पर भरोसा

सिद्धारमैया के नेतृत्व में कांग्रेस कर्नाटक की सियासी जंग को फतह करने उतरी है. पार्टी आलाकमान ने सिद्धारमैया को फ्रीहैंड दे रखा है. कांग्रेस के मौजूदा विधायकों की बड़ी संख्या को दोबारा से लड़ाने की योजना बनाई है. वर्तमान विधायकों के उनके विधानसभा क्षेत्र के ट्रैक रिकॉर्ड और प्रभाव को देखा जा रहा है कि उनके जीतने की योग्यता किन मापदंडों पर खड़े उतरते हैं.

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युवा चेहरों पर दांव

कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची में विधायकों के टिकट काटे जाने की उम्मीद बहुत कम है. चंद विधायकों को छोड़कर ज्यादातर को दोबारा से उतारने की रणनीति पार्टी ने बनाई है. हालांकि पार्टी आलाकमान ने युवा चेहरों को उतारने की गुंजाइश रखी है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी की सिफारिशों को देखते हुए कुछ युवा चेहरों को प्रत्याशी बनाया जा सकता है.

जेडीएस के 7 बागी विधायक और इन नेताओं के बेटे को टिकट

जेडी (एस) से बगावत करके कांग्रेस  का दामन थामने वाले सात विधायकों को पार्टी टिकट मिलना तय है. इसके अलावा सिद्धारमैया और वरिष्ठ पार्टी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे को भी पार्टी उम्मीदवार बना सकती है. जबकि पार्टी के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली और मार्गेट अल्वा के बेटे को लेकर तस्वीर अभी साफ नहीं है. कुछ स्थानीय नेताओं के विरोध के चलते उन्हें इस बार टिकट मिलने की कम संभावना है.

कांग्रेस ने लिंगायत समुदाय के अधिक उम्मीदवारों को उतारने की रणनीति बनाई है. इसके अलावा ओबीसी, मुस्लिम और दलित समुदाय पर खास फोकस रखा है.

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