
गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस और बीजेपी के सामने कर्नाटक की लड़ाई है. गुजरात और कर्नाटक की चुनावी सियासत में यूं तो बड़ा फर्क है और अतीत में कांग्रेस का पलड़ा ही भारी रहा है, बावजूद इसके देश की सबसे पुरानी पार्टी गुजरात की तर्ज पर ही यहां भी अपनी छवि के विपरीत रणनीति पर काम कर रही है. हालांकि, कर्नाटक में हिंदुत्व का नारा बुलंद कर कांग्रेस मुस्लिमों को इग्नोर करने की स्थिति में नजर नहीं आ रही है और ऐसा दिखाई भी दे रहा है.
भले ही एक तरफ कांग्रेस नेता और कर्नाटक के सीएम के. सिद्धारमैया कांग्रेस के साथ खुद हिंदुत्व का असली प्रतीक बता रहे हों, लेकिन वो मुसलमानों को भी साधने का कोई मौका नहीं गंवा रहे हैं. हाल में सिद्धारमैया ने अपने ट्विटर अकाउंट पर कुछ तस्वीरें शेयर की हैं. 25 दिसंबर को अपलोड की गई ये तस्वीरें एक मजार की हैं. जहां सीएम सिद्धारमैया मन्नत मांगते दिखाई दे रहे हैं. इतना ही नहीं उन्होंने टोपी भी पहनी हुई है.
दरअसल, सिद्धारमैया गादड़ जिले के लक्ष्मेश्वर गए थे. यहां उन्होंने हजरत सय्यद सुलेमान बादशाह की दरगाह पर हाथ जोड़कर मन्नत मांगी. साथ ही चीनी सेवा भी की.
जबकि दूसरी तरफ सिद्धारमैया के बयानों पर गौर करें तो वो लगातार आरएसएस और बीजेपी की तीखी आलोचना कर रहे हैं. यहां तक कि इसी महीने वो ये भी कह चुके हैं कि बीजेपी और आरएसएस में भी अतिवादी हैं. साथ ही वो महाभारत का जिक्र करते हुए बीजेपी की तुलना कौरवों से कर चुके हैं.
सियासत में अहम मुस्लिम
दक्षिण भारत में केरल के बाद दूसरा सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाला मुस्लिम राज्य है. राज्य में करीब 14 फीसदी मुस्लिम आबादी है. उत्तर कर्नाटक में मुस्लिमों का बाहुल्य है. खासकर गुलबर्गा, बिदर, बीजापुर, रायचुर और धारवाड़ जैसे इलाकों में मुस्लिम वोट निर्णायक भूमिका में रहते हैं.
राज्य विधानसभा की कुल 224 सीटों में से करीब 60 पर मुस्लिम वोटरों का प्रभाव माना जाता है. दक्षिण कन्नड़, धारवाड़, गुलबर्गा वो इलाके हैं जहां 20 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम वोटर हैं. खास बात ये भी है कि यहां शहरी क्षेत्रों में मुस्लिम ज्यादा संख्या में हैं. शहरी क्षेत्रों में करीब 21 फीसदी और ग्रामीण क्षेत्रों में करीब 8 फीसदी मुस्लिम जनसंख्या है.
2013 विधानसभा का वोट प्रतिशत
2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 122 सीटें मिली थीं. जबकि जनता दल (सेक्यूलर) को 40, बीजेपी को 40, केजेपी को 6, निर्दलीयों को 9 और अन्य के खाते में 7 सीटें गई थीं.
वोट प्रतिशत
कांग्रेस- 36.6%
जदयू (एस)- 20.2%
बीजेपी- 19.9%
केजेपी- 9.8%
निर्दलीय- 7.4%
अन्य- 6.1%
मुस्लिम लामबंद
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिंदुत्व को लेकर बयानबाजी से पहले ही मुस्लिम समुदाय के नेताओं ने एक विशाल बैठक की थी. इसमें मुसलमानों से ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम, जनता दल (सेक्यूलर) और एसडीपीआई जैसे दलों को वोट न करने की अपील की गई थी. साथ ही बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस के साथ एकजुट होने का आह्वान किया गया था.
यही वजह है कि कांग्रेस और सिद्धारमैया गुजरात की तरह कर्नाटक में मुसलमानों की उपेक्षा करती अभी नहीं दिख रही है. दरअसल, इसके पीछे एक वजह ये भी कि गुजरात में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच था. मुसलमानों के पास कांग्रेस के साथ जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. जबकि कर्नाटक में दोनों प्रमुख राष्ट्रीय दलों के अलावा जद (एस) और केजेपी भी है.
ऐसे में टीपू सुल्तान के मुद्दे से लेकर अब खुद को असली हिंदू और बीजेपी को हिंदुत्व की दुश्मन बताने के साथ कांग्रेस दोनों समुदायों को साधने की कोशिश कर रही है.