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कांग्रेस के लिंगायत MLAs को मठों के जरिए साधने की कोशिश में BJP

बताया जा रहा है कि बीजेपी कांग्रेस पार्टी के लिंगायत समुदाय के विधायकों पर फोकस कर रही है. इसके लिए पार्टी लिंगायत मठों से संपर्क साध रही है, जिससे लिंगायत समुदाय के विधायक येदियुरप्पा के संपर्क में आ जाएं. इसके अलावा बीजेपी को राज्यपाल के फैसले का भी इंतजार है.

मठों से मांगी जा रही मदद मठों से मांगी जा रही मदद
राहुल श्रीवास्तव
  • बेंगलुरु,
  • 16 मई 2018,
  • अपडेटेड 1:13 PM IST

कर्नाटक में सरकार बनाने को लेकर राजनीतिक पार्टियों के दांव-पेंच का खेल जारी है. बीजेपी-जेडीएस-कांग्रेस अपने विधायकों के साथ बैठक कर रहे हैं और सरकार बनाने की कोशिशों को आगे बढ़ा रहे हैं. इस बीच बीजेपी का दावा है कि कांग्रेस के कई विधायक उनके संपर्क में हैं.

बताया जा रहा है कि बीजेपी कांग्रेस पार्टी के लिंगायत समुदाय के विधायकों पर फोकस कर रही है. इसके लिए पार्टी लिंगायत मठों से संपर्क साध रही है, जिससे लिंगायत समुदाय के विधायक येदियुरप्पा के संपर्क में आ जाएं. इसके अलावा बीजेपी को राज्यपाल के फैसले का भी इंतजार है.

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येदियुरप्पा खुद लिंगायत समुदाय से ही हैं

आपको बता दें कि येदियुरप्पा खुद लिंगायत समुदाय से आते हैं. येदियुरप्पा राज्य के सबसे प्रभावी लिंगायत समुदाय से आते हैं. 1972 में उन्हें शिकारीपुरा तालुका जनसंघ का अध्यक्ष चुना गया और उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया. 1977 में जनता पार्टी के सचिव पद पर काबिज होने के साथ ही राजनीति में उनका कद और बढ़ गया.

इसे भी पढ़ें... कर्नाटक: कांग्रेस के 4 विधायक संपर्क में नहीं, पार्टी ने ढूंढने के लिए भेजे हेलिकॉप्टर

...तो हो जाएगा खून-खराबा!

बेंगलुरु में मौजूद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि बीजेपी उनके विधायकों को धमका रही है. उन पर दबाव बना रही है, उसे लोकतंत्र में भरोसा नहीं है. आजाद ने कहा कि अगर राज्यपाल ने संवैधानिक मूल्यों का पालन नहीं किया और हमें सरकार बनाने के लिए निमंत्रित नहीं किया, तो यहां खूनी संघर्ष होगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायकों के असंतुष्ट होने की अफवाहें फैलाई जा रही हैं, लेकिन वास्तव में बीजेपी असंतुष्ट है.

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क्या करेंगे राज्यपाल?

हालांकि इन सबके बीच सभी की नज़रें राज्यपाल वजुभाई वाला पर टिकी हैं कि सरकार बनाने के लिए वे पहले किसको निमंत्रित करते हैं. राज्यपाल के पास अभी दो विकल्प हैं, पहला ये कि वे सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी को पहले बुलाएं और बहुमत साबित करने के लिए कहें या फिर जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन को सरकार बनाने के लिए न्यौता दें, जोकि जादुई आंकड़े का दावा कर रहे हैं.

नतीजों में बीजेपी बनी है सबसे बड़ी पार्टी

मंगलवार को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों में 104 सीटों के साथ बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, जबकि कांग्रेस को 78 और जेडीएस को 37 सीटें मिलीं. इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी और कर्नाटक प्रज्ञयवंथा जनता पार्टी को क्रमशः 1-1 सीटें मिली हैं. इनके अलावा एक सीट अन्य के हिस्से में भी आई है.

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