
कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नज़दीक आ रही है वैसे ही राजनीतिक लड़ाई तेज होती जा रही है. इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपने कर्नाटक दौरे के दूसरे दिन आज टुमकुर मठ का दौरा करेंगे. इससे पहले उन्होंने देवानगरे में ट्रेडर्स को संबोधित किया.
यहां राहुल गांधी ने जीएसटी जैसे बड़ा आर्थिक फैसला लागू करने के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एकतरफा सोच बताया. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी किसी की नहीं सुनते हैं.
बात नहीं करते पीएम मोदी
राहुल गांधी ने कहा, 'सोनिया गांधी और मैं भारत के 20 फीसदी वोट शेयर का प्रतिनिधित्व करते हैं. लेकिन बताइए मोदी जी ने पिछले चार सालों में हमसे बात की है. राहुल ने कहा, 'जब भी मनमोहन सिंह जी कोई फैसला लेते थे, तो आडवाणी जी से बात करते थे. क्योंकि आडवाणी जी लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं. जबकि पिछले चाल सालों में पीएम मोदी और मेरे बीच सिर्फ हाथ मिलाने, नमस्ते कहने और हाल-चाल पूछने भर बात होती है.'
राहुल ने बताया हास्यास्पद
राहुल ने आगे कहा कि यह बहुत ही हास्यास्पद है और ऐसा सिर्फ मेरे साथ ही नहीं, बल्कि हमारी पार्टी के दूसरे नेताओं के साथ भी होता है. यहां तक कि सभी विपक्षी नेताओं के प्रति भी उनका यही व्यवहार है.
दरअसल, राहुल गांधी व्यापारियों के बीच जीएसटी की खामियां गिनाते हुए मोदी सरकार की आलोचना कर रहे थे. उन्होंने जीएसटी को लेकर बताया कि कांग्रेस का आइडिया एक टैक्स स्लैब का था, जबकि बीजेपी ने कई टैक्स जोड़ दिए. राहुल ने पीएम मोदी पर संस्थाओं का आदर न करने आरोप लगाया और कहा कि वह सिस्टम से इनपुट नहीं लेते हैं. उन्होंने कहा कि आप वन मैन शो की तरह देश नहीं चला सकते. इसी कड़ी में उन्होंने किसी भी कदम पर विपक्ष से बातचीत न करने का आरोप लगाया.
मठ जाएंगे राहुल
राहुल गांधी इस कार्यक्रम के बाद सिद्धगंगा मठ के 111 वर्षीय शिवकुमार स्वामी से मुलाकात करेंगे. इसके अलावा राहुल गांधी आज चित्रदुर्ग जिले का दौरा करेंगे. ये जिला लिंगायत समुदाय का गढ़ माना जाता है. आपको बता दें कि राहुल जिन स्वामी से आज मुलाकात करेंगे उन्होंने लिंगायत समुदाय को अलग धर्म का दर्जा देने के फैसले का स्वागत किया था.
क्या कहा अमित शाह ने?मंगलवार को अपने कर्नाटक दौरे के दौरान BJP अध्यक्ष अमित शाह ने महंतों के सामने बड़ा ऐलान किया था. उन्होंने लिंगायत और वीरशैव लिंगायत को धार्मिक अल्पसंख्यकों का दर्जा देने के कदम को हिंदुओं को बांटने वाला बताया था. शाह ने कहा कि मैं ये भरोसा दिलाता हूं कि इसे बंटने नहीं दिया जाएगा. जब तक बीजेपी है कोई बंटवारा नहीं होगा. हम इसको लेकर प्रतिबद्ध हैं. अमित शाह ने वीरशैव लिंगायत के महंतों से कहा, 'लिंगायत समुदाय को धार्मिक अल्पसंख्यक का दर्जा देने की राज्य सरकार की सिफारिश को केंद्र सरकार नहीं मानेगी.'
12 मई को वोटिंग, 15 को गिनती
आपको बता दें कि 225 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा के लिए 224 सीटों पर एक ही चरण में मतदान होगा. 1 सीट पर एंग्लो-इंडियन समुदाय के सदस्य को मनोनीत किया जाता है. कर्नाटक में 12 मई को वोट डाले जाएंगे और 15 मई को वोटों की गिनती होगी. चुनाव आयोग के मुताबिक 17 अप्रैल से 24 अप्रैल तक नामांकन भरे जाएंगे. इसके बाद 25 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी, जिसके बाद 27 अप्रैल तक उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकेंगे.