
कर्नाटक विधानसभा चुनाव की लड़ाई अंतिम दौर में पहुंच गई है. बेंगलुरु में राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास कहने को कुछ भी नहीं बचा है और वह सिर्फ उनकी और मुख्यमंत्री की बुराई कर रहे हैं.
राहुल गांधी ने कहा कि लोग पहले कर्नाटक से मोदी को बाहर करेंगे, फिर राजस्थान और मध्य प्रदेश की जनता उनको हार का मुंह दिखाएगी. बेंगलुरु में रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'पीएम मोदी चाहते हैं कि जनता उनसे कोई सवाल नहीं पूछे. दलित की हत्या पर पीएम मोदी कुछ नहीं बोलते हैं. जब गरीब को पीटा जाता है तो भी पीएम मोदी चुप्पी साध लेते हैं.
राहुल ने कहा कि देश में BJP विधायकों से 'बेटी बचाओ' जैसी स्थिति हो गई है. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी के विधायक रेप करते हैं और पीएम मोदी उसपर कुछ नहीं बोलते हैं. उन्होंने मोदी सरकार पर कर्नाटक की अनदेखी का आरोप लगाया. राहुल की मानें तो केंद्र सरकार ने बेंगलुरु के विकास के लिए सिद्धारमैया सरकार की कोई मदद नहीं की.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज राजधानी बेंगलुरु और आसपास के इलाकों में प्रचार कर रहे हैं. जिसके तहत वो सुबह सबसे पहले बसवनागुडी विधानसभा क्षेत्र पहुंचे और यहां उन्होंने डोडा गणपति मंदिर में भगवान के दर्शन किए. उसके बाद राहुल गांधी बेंगलुरु स्थित दरगाह भी पहुंचे.
कपड़ा फैक्ट्री में गए
राहुल गांधी डोडा मंदिर के बाद कपड़ा फैक्ट्री पहुंचे. यहां उन्होंने कर्मचारियों से मुलाकात की और उनके कामकाज के बारे में जाना. राहुल ने इस दौरान बड़ी संख्या में महिला कर्मचारियों से बात की और उनकी समस्याएं व काम के बारे में जानकारी ली.
राहुल गांधी ने बुधवार को दावा किया कि राज्य में बीजेपी उनकी पार्टी के खिलाफ मुकाबले में कहीं नहीं है. उन्होंने राज्य की मौजूदा सिद्धारमैया सरकार और इससे पहले की भारतीय जनता पार्टी सरकार के कामकाज के तुलनात्मक ब्योरे का एक ग्राफिक ट्विटर पर पोस्ट किया. राहुल गांधी ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा, 'यह ग्राफिक दिखाता है कि कर्नाटक में कांग्रेस के खिलाफ भाजपा मुकाबले में कहीं नहीं है.'
कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से पोस्ट किए गए ग्राफिक में दावा किया गया है कि कर्नाटक में रोजगार सृजन, किसानों की कर्जमाफी, बिजली उत्पादन, बुनियादी ढांचे के विकास, दुग्ध उत्पादन, मेट्रो परियोजना, सिंचाई और कई अन्य कामों में सिद्धारमैया सरकार बीजेपी सरकार की तुलना में काफी आगे है.बता दें कि कर्नाटक में 223 विधानसभा सीटों के लिए 12 मई को वोटिंग होनी है. जिसके बाद 15 मई को वोटों की गिनती होगी. चुनाव प्रचार में बेहद कम वक्त बचा है, ऐसे में सभी दल एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए हैं.