
चुनाव नतीजों से पहले कर्नाटक के किंगमेकर के रूप में चर्चा बटोर रहे जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी को अब किंग बनने का मौका मिला है. किस्मत ने ऐसा साथ दिया है कि सबसे कम सीटें जीतने के बावजूद उन्हें राज्य की सत्ता के शिखर पर बैठने का ऑफर मिल गया है. कांग्रेस ने उन्हें सीएम सीट देकर गठबंधन में सरकार बनाने की डील की है.
हालांकि, कुमारस्वामी को बीजेपी की तरफ से भी साथ आने की पेशकश की गई थी. आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एचडी कुमारस्वामी ने खुद इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया, 'येदियुरप्पा ने मुझसे बात की थी, लेकिन मैं उनके साथ नहीं गया.'
बीजेपी के साथ न जाने की बताई वजह
कुमारस्वामी ने बीजेपी के साथ न जाने की वजह अपने पिता और जनता दल सेक्युलर प्रमुख एचडी देवेगौड़ा को बताया. उन्होंने कहा, 'मैं अपने पिता को दुखी नहीं करना चाहता था, इसलिए मैंने कांग्रेस के साथ जाने का फैसला लिया है.'
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एचडी कुमारस्वामी ने 2006 में बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने का जिक्र किया. उन्होंने बताया, 'मुख्यमंत्री बनने के लिए मैं पहली बार 2006 में अपने पिता के खिलाफ गया, जिसका मुझे अफसोस है. आज मेरे पास दोनों तरफ से ऑफर थे, लेकिन मैंने अपने पिता के चेहरे का वह दाग धुलने के लिए कांग्रेस के साथ जाने का फैसला किया है.'
बता दें कि 2004 विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बनाई थी और कांग्रेस के धरम सिंह सीएम बने थे. लेकिन 2006 में जेडीएस गठबंधन सरकार से अलग हो गई और बीजेपी के समर्थन से कुमारस्वामी जनवरी 2006 में सीएम बने. कुमारस्वामी ने अपने पिता के खिलाफ मनमर्जी चलाते हुए यह फैसला लिया था, जिस पर आज वह अफसोस कर रहे हैं.
किसी भी दल को पूर्ण बहुमत न मिलने के बाद से सरकार बनाने को लेकर बीजेपी, कांग्रेस और जेडीएस लगातार मोर्चेबंदी कर रही हैं. बीजेपी कह रही है कि उनके संपर्क में जेडीएस-कांग्रेस के विधायक हैं, तो वहीं कांग्रेस अपने विधायकों को रिजॉर्ट में ले जा सकती है.
इस बीच जेडीएस के कुमारस्वामी ने आरोप लगाया है कि बीजेपी हमारे विधायकों को खरीदने के लिए 100 करोड़ रुपए की पेशकश कर रही है. बीजेपी के पास नंबर नहीं हैं, हमारे पास बहुमत का पूरा आंकड़ा है. आपको बता दें कि कुमारस्वामी को जेडीएस विधायक दल का नेता चुना गया है. उन्होंने कहा कि उनके कुछ विधायकों को 100 करोड़ और कैबिनेट मंत्री का पद का ऑफर दिया जा रहा है.