Advertisement

कर्नाटकः 2014 के बाद पहली बार दिखी विपक्ष की महाएकता, कर्नाटक में साथ दिखे 12 दल

कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, आरजेडी के तेजस्वी यादव, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी, सीपीएम के महासचिव नेता सीताराम येचुरी, राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष अजीत सिंह, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू समेत अन्य नेता शिरकत करने पहुंचे.

कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण मंच पर विपक्षी दलों के नेताओं का जमघट कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण मंच पर विपक्षी दलों के नेताओं का जमघट
राम कृष्ण
  • बेंगलुरु,
  • 23 मई 2018,
  • अपडेटेड 7:22 PM IST

कर्नाटक विधानसभा के चुनावी संग्राम और येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद जेडीएस के कुमारस्वामी ने कांग्रेस के समर्थन से सरकार बना ली है. कुमारस्वामी ने बुधवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की दूसरी बार शपथ ली. इस शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी दलों की महाएकता देखने को मिली.

साल 2014 के बाद यह पहली है, जब इतने दल मिलकर बीजेपी के खिलाफ एकजुट हुए हैं. इस दौरान कर्नाटक के सीएम कुमारस्वामी ने ईश्वर और कर्नाटक के लोगों की शपथ लेकर अपनी जिम्मेदारियों को निभाने की बात कही. मालूम हो कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 104 सीटों, कांग्रेस ने 78 और जेडी(एस) ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की है.

Advertisement

इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, आरजेडी के तेजस्वी यादव, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, सीपीएम के महासचिव नेता सीताराम येचुरी, सीपीआई के डी राजा, राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष अजित सिंह, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू समेत अन्य नेता शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करने पहुंचे. करीब 12 से ज्यादा दलों के दिग्गज नेताओं ने मंच पर एक साथ आकर अपनी एकजुटता दिखाई.

मंच पर आने से पहले भी इन नेताओं ने आपस में मुलाकात की और इनके बीच बातचीत भी हुई. इस बातचीत में चंद्रबाबू नायडू, सीताराम येचुरी, डी राजा, अरविंद केजरीवाल मौजूद रहे. इस बातचीत के कुछ अंश ये हैं-

चंद्रबाबू नायडू- इस शपथ ग्रहण का क्या संदेश है (हंसते हुए)

Advertisement

येचुरी- मैं केवल एक बात कहूंगा कि हमने बीजेपी को फिर से चुनावों में हारकर सरकार बनाने के उनके अभियान में सफल नहीं होने दिया. उन्होंने लोकतंत्र को केवल हाइजैक नहीं किया, बल्कि किडनैप कर लिया है. गोवा, मणिपुर, मेघालय, बिहार. इस बार वे असफल हुए हैं. ये लोकतंत्र और विपक्ष की जीत है. जब तक सभी सेक्युलर लोकतांत्रिक ताकतें साथ नहीं आतीं लोकतंत्र की किडनैपिंग को नहीं रोका जा सकता.

वाईएस चौधरी- ये बीजेपी के अंत की शुरुआत है. हम लोकतंत्र बचा रहे हैं.

येचुरी- क्या लगता है कि यह सरकार कितनी लंबी चलेगी?

डी राजा-  सदानंद गौड़ा ऐसे बयान दे रहे हैं कि यह तीन महीने से ज्यादा नहीं चलेगी.

केजरीवाल- अच्छा...

कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण से पहले आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने आपस में मुलाकात और बैठक की.

मंच पर मायावती का ममता बनर्जी और सोनिया गांधी से मिलना, तेजस्वी यादव का मायावती के पैर छूना, मायावती और राहुल के बीच संक्षिप्त बाचतीच जैसे नजारे देखने को मिले.

इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने एक-दूसरे का हाथ पकड़ रखा था और मंच से लोगों का अभिवादन कर रहे थे. विपक्ष की इस एकजुटता को साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों में बीजेपी के खिलाफ माना जा रहा है.

Advertisement

कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में इतने विपक्षी दलों के एक साथ आने से सबकी निगाह कर्नाटक पर लगी रही. वहां पर मीडिया ने भी अपना डेरा जमा रखा है. शपथ ग्रहण समारोह स्थल पर कुमारस्वामी और एचडी देवगौड़ा के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी के पोस्टर भी लगाए गए. पोस्टर में कुमारस्वामी और एचडी देवगौड़ा के अलावा सोनिया गांधी, राहुल गांधी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू,  समेत अन्य नेताओं की तस्वीरें लगाई गई हैं.

कांग्रेस-जेडीएस सरकार के खिलाफ बीजेपी का प्रदर्शन

एक ओर कुमारस्वामी मुख्यमंत्री की शपथ ले रहे थे, तो दूसरी ओर बीजेपी कर्नाटक विधानसभा के बाहर फ्रीडम पार्क में कांग्रेस और जेडीएस सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते नजर आए. प्रदर्शन की अगुवाई बीजेपी नेता येदियुरप्पा कर रहे हैं. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने इस दौरान ब्लैक रिबन बांध रखा है. बीजेपी ने जेडीएस-कांग्रेस के साथ आने को अपवित्र गठबंधन बताया है.

कुमारस्वामी के साथ डिप्टी सीएम की शपथ लेने जा रहे हैं कांग्रेस नेता परमेश्वर ने दावा किया कि उनका काम ही उनकी योग्यता है. उनका कहना है कि उन्होंने पार्टी को कई विजय दिलाई है और उपमुख्यमंत्री होने के लिए उनका दलित होना बहुत कम मायने रखता है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement