
अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर पाकिस्तान में स्थित करतारपुर साहिब पर गुरु नानक के 550वें प्रकाश पर्व की तैयारियां जोरों पर चल रही है. 9 नवंबर को इस कॉरिडोर का उद्घाटन होना है. इससे पहले पाकिस्तानी सरकार ने करतारपुर साहिब के लिए एक आधिकारिक गाना लॉन्च किया है, तीन हिस्सों में पोस्ट किए गए इस गाने में पंजाब कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू को दिखाया गया है. इसके अलावा जरनैल सिंह भिंडरावाले समेत अन्य खालिस्तानी लीडर्स की तस्वीर भी इस वीडियो में दिखी है.
पाकिस्तान की ओर से करीब चार मिनट का ये वीडियो साझा किया गया है, जिसमें पाकिस्तान की ओर से करतारपुर साहिब गुरुद्वारे को लेकर चल रही तैयारियां, भारत से पहुंच रहे सिख श्रद्धालुओं के अनुभव को दिखाया गया है. इसके अलावा करतारपुर कॉरिडोर के नींव पड़ने के वक्त दिया गया पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के भाषण का हिस्सा दिखाया गया है.
इतना ही नहीं कांग्रेस नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू को भी इस वीडियो में काफी प्रमुखता से दिखाया गया है. बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू इमरान खान के न्योते पर करतारपुर साहिब कॉरिडोर की ग्राउंडब्रेकिंग सेरेमनी में गए थे. तब नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तानी सेना के प्रमुख कमर बाजवा को गले लगाया था, जिसपर काफी बवाल हुआ था.
वीडियो में एक हिस्सा आता है, जहां पर जरनैल सिंह भिंडरावाले, अमरीक सिंह खालसा और मेजर जनरल (निष्कासित) शाहबेग सिंह की तस्वीर लगे पोस्टर को दिखाया गया है. बता दें कि तीनों खालिस्तान समर्थकों को 1984 में हुए ऑपरेशन ब्लूस्टार के दौरान मार गिराया गया था.
जरनैल सिंह भिंडरावाले एक खालिस्तानी समर्थक नेता था, जिसने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. वहीं अमरीक सिंह खालसा भी खालिस्तान समर्थक था, जिसने ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट फेडरेशन को चलाया था. वहीं अगर बात शाहबेग सिंह की करें तो ऑपरेशन ब्लूस्टार के वक्त शाहबेग ने भिंडरावाले का साथ दिया था.
एक तरफ पाकिस्तान नवजोत सिंह सिद्धू को अपने वीडियो में शामिल कर रहा है तो दूसरी ओर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह कह रहे हैं कि हमें पाकिस्तान से सचेत रहने की जरूरत है. अमरिंदर ने कहा है कि पाकिस्तान कॉरिडोर का गलत इस्तेमाल कर सकता है, क्योंकि खालिस्तान का रेफरेंडम 2020 पाकिस्तान में जोरों पर चल रहा है.