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द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) सुप्रीमो करुणानिधि ने तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता के स्वास्थ्य को लेकर सवाल उठाए हैं. करुणानिधि ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य को लेकर जारी अफवाहों पर पूर्ण विराम लगाने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए.
करुणानिधि ने कहा, 'जयललिता को तेज बुखार और हाइड्रेशन की वजह से 22 सितंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल ने कुछ दिन में दावा किया कि जयललिता का बुखार कम हो गया है और उन्होंने नॉर्मल डाइट लेना शुरू कर दिया है लेकिन उन्हें कुछ देर तक ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा. जयललिता ने कावेरी मुद्दे पर बैठक भी की और कावेरी जल संकट एक्जीक्यूटिव मीटिंग में पढ़े जाने वाली चिट्ठी को खुद लिखवाया भी. लेकिन ये कैसे हो सकता है कि ये सब होते हुए मुख्यमंत्री का एक भी फोटो सरकार के मीडिया आर्म ने जारी नहीं किया.'
'इतनी बड़ी मीटिंग की एक भी फोटो नहीं'
करुणानिधि ने कहा कि सरकारी मीडिया आर्म जयललिता और अधिकारियों के बीच होने वाली छोटी से छोटी मीटिंग्स की भी फोटो जारी करता है लेकिन इस बार इतनी अहम मीटिंग की कैसे अनदेखी कर दी गई.
करुणानिधि ने कहा कि एआईडीएमके के अनेक कार्यकर्ता अस्पताल के बाहर डेरा डाले हुए हैं और मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य को लेकर अंधेरे में हैं. ऐसे में कम से कम उन्हीं के लिए मुख्यमंत्री की एक फोटो जारी की जा
सकती है.
'एक हफ्ते से बीमार, कोई मिलने नहीं गया'
करुणानिधि के मुताबिक एक हफ्ता बीतने के बाद राज्यपाल या एआईडीएमके की सहयोगी पार्टियों के नेता उन्हें देखने नहीं गए. इस तरह जयललिता के स्वास्थ्य को लेकर जो पर्दा किया जा रहा है वो अफवाहों को ही
बढ़ावा दे रही है. करुणानिधि ने कहा कि अफवाहें फैलाने वालों पर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. अगर मुख्यमंत्री को अब भी बुखार है तो उनके स्वास्थ्य को लेकर एक मेडिकल टीम का गठन किया जाना चाहिए
और सारी जानकारी लोगों के साथ बांटी जानी चाहिए. करुणानिधि के मुताबिक उनके और जयललिता के बीच राजनीतिक मतभेद हैं लेकिन वो उनके शीघ्र स्वस्थ होकर अपना काम संभालने की कामना करते हैं.