
हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन को वैश्विक आतंकी घोषित करने के अमेरिका के निर्णय के खिलाफ अलगाववादी समूहों के विरोध प्रदर्शन की घोषणा के बाद प्रशासन ने ऐहतियाती तौर पर श्रीनगर के कुछ हिस्सों में पाबंदी लगा दी है ताकि हालात पर पूरी तरह से नज़र रखी जा सके.
अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में मुख्य इलाके के पांच थाना क्षेत्रों में यह पाबंदी लगाई गई है.
उन्होंने बताया कि नौहट्टा, एम आर गुंज, रैनावारी, खानयार और सफाकदल पुलिस थाना क्षेत्रों में यह पाबंदी लगाई गई है. अधिकारियों ने बताया कि अप्रिय घटना को रोकने के लिए ऐहतियात के तौर पर श्रीनगर जिला मजिस्ट्रेट :उपायुक्त: ने सीआरपीसी की धारा 144 के तहत लोगों के एकत्रित होने पर पाबंदी लगाई गई है.
कश्मीर के अलगावादियों और पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर के यूनाइटेड जिहाद काउन्सिल यूजेसी ने सलाहुद्दीन को वैश्विक आंतकी घोषित करने के अमेरिका के निर्णय के खिलाफ आज शुक्रवार की नमाज़ के बाद विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया था.
आपको बताते चलें कि अलगाववादियों ने कल जारी किए एक बयान में कहा था कि भारत सरकार को खुश करने के लिए अमेरिकी सरकार द्वारा उठाए गए इस नाजायज़ कदम और कश्मीर में मानवाधिकार की स्थिति तथा दमन पर अमेरिका की चुप्पी कश्मीर के लोगों को स्वीकार्य नहीं है और वे शुक्रवार की नमाज़ के बाद पूरी घाटी में इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे.
दरअसल जब भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी दौरे पर गए हुए थे तब भारत को एक बड़ी कामयाबी मिली. डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने हिज्बुल मुजाहिद्दीन के सरगना सैयद सलाहुद्दीन को आतंकवादी की श्रेणी में रखा था.यही कारण हैं कि जम्मू कश्मीर में विरोध बढ़ने की आशंका लगातार बढ़ती जा रही है.