
कश्मीर में आतंकवादी हथियारों की कमी का सामना कर रहे हैं, यही कारण है कि वे अधिकारियों से हथियार छीनने के लिए पुलिस स्टेशनों पर हमला करने की कोशिश करते रहते हैं.
यह दावा सेना के उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल रनबीर सिंह ने की. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान संकट में है और कश्मीर में हथियार भेजने के विभिन्न तरीकों का इस्तेमाल कर रहा है.
पत्थरबाजी पर लगाम नहीं
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बावजूद पत्थरबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है. 5 अगस्त से लेकर अब तक जम्मू-कश्मीर में 300 से ज्यादा बार पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आ चुकी हैं. हालांकि सुरक्षा बल लगातार घाटी में हालात सामान्य होने का दावा कर रहा है.
सुरक्षा बलों के इंटरनल डॉक्यूमेंट के विश्लेषण में यह बात सामने आई है, जो जम्मू-कश्मीर प्रशासन के दावे से अलग तस्वीर पेश करती है. इस दस्तावेज में यह भी कहा गया कि पत्थरबाजी की इन घटनाओं में करीब 100 सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं. इनमें से 89 सुरक्षाकर्मी सीआरपीएफ के हैं.
वहीं, जम्मू-कश्मीर प्रशासन दावा कर रहा है कि केंद्रशासित राज्य बनने जा रहे जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य हैं और काफी हद तक शांति है.