
कश्मीर वादी में जारी हिंसा के बीच शनिवार को मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती दिल्ली में आर्मी चीफ बिपिन रावत से मिलीं. मुलाकात के दौरान मुफ्ती ने नौजवानों पर ज्यादती करने वाले जवानों और अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. महबूबा मुफ्ती प्रधानमंत्री मोदी से भी मिलना चाह रही थीं. लेकिन मोदी भुवनेश्वर में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में थे. इसलिए मुलाकात नहीं हो सकी.
हिंसा से नहीं कुछ हासिल!
खबरों के मुताबिक महबूबा मुफ्ती ने बिपिन रावत से कहा कि सेना के कुछ जवानों की हरकत घाटी में अमन की सालों की कोशिशों पर पानी फेर रही है. दोषी जवानों और अफसरों के खिलाफ फौरन कार्रवाई की जरूरत पर जोर देते हुए महबूबा ने रावत को बताया कि ज्यादती की खबरों के नतीजे सिर्फ राज्य को नहीं भुगतने पड़ रहे बल्कि इनसे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी देश की छवि पर असर पड़ रहा है.
वीडियो से भड़का गुस्सा!
महबूबा का कहना था कि एक नौजवान को सेना की जीप से बांधकर घुमाने का वीडियो सामने आने के बाद कश्मीर के लोगों में गुस्सा है. उन्होंने उम्मीद जताई कि सेना इससे हुए नुकसान की भरपाई जल्द ही करेगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महबूबा ने कहा, 'डंडे से कुछ नहीं निकलेगा. अब तक जो हुआ सो हुआ. अब इसे दोहराया नहीं जाना चाहिए.'
सेनाध्यक्ष का आश्वासन
महबूबा मुफ्ती ने बिपिन रावत को बताया कि उनके सामने लोगों का दिल जीतना ही इकलौता रास्ता है. उन्होंने याद दिलाया कि ज्यादती की घटनाएं सेना के ऑपरेशन सद्भभावना और कश्मीरी नौजवानों के लिए चलाए जा रहे दूसरे कार्यक्रमों के सकारात्मक असर को खत्म कर रही हैं. जवाब में रावत ने भरोसा दिलाया कि वो जल्द ही इस मामले में कुछ करेंगे.
वीडियो बढ़ा रहे तनाव
शनिवार को सेना की कार्रवाई से जुड़े 2 और वीडियो वायरल हुए थे. इनमें से एक में सैनिक कुछ युवाओं को बेरहमी से पीट रहे हैं और पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी पर मजबूर कर रहे हैं. दूसरे वीडियो में एक और नौजवान को बेरहमी से पीटा जा रहा है. हालांकि ये साफ नहीं है कि वीडियो कब और किसने फिल्माए हैं.