
कश्मीर के बीएसएफ अधिकारी को आतंकवादियों ने धमकी दी है. साथ ही उनके परिवार को भी धमकाया जा रहा है. बीएसएफ में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर तैनात कश्मीरी युवक ने केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी को पत्र लिखकर इसकी शिकायत की. उन्होंने अपनी बहन को भी धमकी मिलने का दावा किया. जवान ने कहा कि लेफ्टिनेंट उमर फयाज की हत्या के बाद वो अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं.
मेनका गांधी को लिखा पत्र
BSF में असिस्टेंट कमांडेंट ने बताया कि चंडीगढ़ में उनकी बहन कॉलेज हॉस्टल में रह रही थी, लेकिन गर्मी की छुट्टियों में दूसरी लड़कियों की तरह उसे भी कॉलेज प्रशासन ने हॉस्टल छोड़ने के लिए कह दिया. उन्होंने 14 मई को महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी को पत्र लिखकर इसकी शिकायत की. पत्र में उन्होंने अपनी बहन हॉस्टल में रहने देने की मांग की. ताकि उसे घर न जाना पड़े. उनकी बहन सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही हैं.
'मेरे परिवार को खतरा'
जवान ने बताया कि उन्होंने बीएसएफ अधिकारियों से छुट्टी जाने पर हथियार साथ ले जाने की परमिशन की मांग की है. उन्होंने कहा, 'खासतौर पर आतंकवाद प्रभावित इलाकों में रहने वाले जवानों को हथियार ले जाने की अनुमति दी जाए.
जवान ने बताया कि उन्हें अगले दो महीने में अपने रिश्तेदार की शादी के लिए घर जम्मू जाना है. 'मेरे और मेरे परिवार के सदस्यों को हमेशा आतंकवादियों से धमकी मिलती रहती हैं. लेफ्टिनेंट उमर फयाज की हत्या के बाद मैं अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंतित हूं. मेरी मां जम्मू में अकेली रहती हैं, जबकि मेरी बहन चंडीगढ़ में है. मैं अब चिंतित हूं क्योंकि आतंकवादी हमारे परिवारों को निशाना बना रहे हैं.'
कश्मीरियों के लिए चिंतित
इस जवान ये भी कहा कि वो अब उन सभी कश्मीरियों के लिए चिंतित हैं जो सेना या अर्धसैन्य बलों में सेवारत हैं. उन्होंने कहा, 'विरोध के बावजूद हम सेना में शामिल हुए और अब कश्मीरी जवानों को मारने का चलन हमारे ऊपर तलवार लटकाने जैसा है.
मेनका गांधी ने की मदद
केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने बताया कि उन्हें एक मेल के जरिए ये शिकायत मिली थी.
बीएसएफ के असिस्टेंट कमांडेंट ने बताया था उनके परिवार को धमकियां मिल रही हैं और कॉलेज ने कहा है कि लड़कियों को छुट्टियों में कॉलेज हॉस्टल छोड़ना पड़ेगा. मेनका ने बताया कि बीएसएफ अधिकारी ने मांग की, ' मेरी बहन को हॉस्टल न छोड़ना पड़े क्योंकि वह अंडर थ्रेट है. मेनका गांधी ने बताया कि कॉलेज प्रशासन से बोलकर जवान की बहन को हॉस्टल में रहने की परमिशन दिलाई गई.