
जम्मू के कठुआ में बकरवाल समुदाय की 8 साल की बच्ची से गैंगरेप मामले में पुलिस ने आरोपियों के वकील पर भ्रामक तथ्यों के प्रचार का आरोप लगाया है. मामले की जांच कर रही जम्मू एवं कश्मीर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आरोपियों के वकील के खिलाफ कोर्ट में शिकायत करने का फैसला किया है.
क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसी ने इस संबंध में एक सीडी की रिकार्डिंग पर संज्ञान लिया है, जिसमें मामले के एक गवाह को यह दावा करते हुए सुना और देखा जा सकता है कि क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने उस पर मामले के आठ आरोपियों में शामिल विशाल शर्मा के खिलाफ बयान देने का दबाव बनाया.
बता दें कि आरोपी विशाल केस में मुख्य आरोपी सांझी राम का बेटा है. क्राइम ब्रांच का आरोप है कि आरोपियों के वकील ने फर्जी सीडी के जरिए भ्रामक सामग्री प्रचारित करने की कोशिश की है. इस सीडी को कोर्ट के सामने प्रत्यक्षदर्शियों के दिए गए बयान के तौर पर प्रचारित किया जा रहा है.
शुरुआती जांच से पता चला है कि लोगों का ध्यान भटकाने के लिए वकील ने सीडी को न्यायालय परिसर से बाहर तैयार किया था. क्राइम ब्रांच का कहना है कि यह निश्चित तौर पर गवाहों पर दबाव डालने का प्रयास है और हमें इस मामले से जुड़ी संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए तत्काल कदम उठाने होंगे.
बता दें कि कठुआ केस पर अगली सुनवाई 28 अप्रैल को होनी है. क्राइम ब्रांच इससे पहले मीडिया के एक हिस्से द्वारा इस केस के बारे में प्रकाशित एवं प्रसारित खबरों का खंडन कर चुका है. क्राइम ब्रांच टीम ने यह स्टेटमेंट जारी कर पीड़िता के रेप की पुष्टि की है. बता दें कि पिछले कुछ दिनों से ऐसी खबरें फैलाई जा रही थीं कि पीड़िता के साथ रेप हुआ ही नहीं.
क्राइम ब्रांच ने अपने स्टेटमेंट में कहा था कि कठुआ केस के संबंध में मीडिया के कुछ हिस्से में गलत जानकारी प्रसारित एवं प्रकाशित की गई है. डॉक्टरों ने पीड़िता को नशीला पदार्थ दिए जाने, उसके साथ रेप होने और हत्या किए जाने की पुष्टि की है.
क्राइम ब्रांच इस मामले में कोर्ट के समक्ष चार्जशीट दाखिल कर चुकी है और अगली सुनवाई में सप्लीमेंट्री चार्जशीट भी दाखिल कर सकती है.