
उत्तर प्रदेश में चुनाव के मौसम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लखनऊ में आकर रामलीला मैदान से जय श्रीराम के नारे लगाए, तो उनके मंत्री अयोध्या पहुंचकर संतों-महंतों के पांव दबाने में जुट गए.
संस्कृति और पर्यटन मंत्री महेश शर्मा मंगलवार को एक दिन के दौरे पर अयोध्या पहुंचे और रामायण संग्राहालय समेत कई छोटी-मोटी योजनाओं की घोषणा कर डाली. सबसे पहले वह राम जन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास से मिलने गए और वहां उनके चरणों में सिर रखकर उनके पांव भी दबाए.
जब उनसे पूछा गया कि रामायण संग्रहालय बनाने की याद उनको तभी क्यों आई जब चुनाव सिर पर है , तो महेश शर्मा का जवाब था कि यह सवाल अखिलेश यादव से पूछा जाना चाहिए जिन्होंने अपने कार्यकाल पूरा होने के ठीक पहले राम के नाम पर थीम पार्क बनाने की घोषणा कर दी.
महेश शर्मा ने ऐलान तो कर दिया कि रामायण सर्किट के तहत अयोध्या में भव्य रामायण संग्रहालय बनेगा लेकिन उसके लिए जमीन का अभी अता-पता नहीं है. आज अयोध्या पहुंचने पर खुद वो दो जगहों पर जाकर रामायण संग्रहालय की जमीन देखने गए.
केंद्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने राम डिजिटल म्यूजियम के लिए जो पहली भूमि देखी है वह सरयू पुल पर बने चौधरी चरण सिंह घाट के दायीं तरफ राम कथा संग्रहालय के पीछे 30 एकड़ भूमि है जो पर्यटन विभाग की है.
दूसरी भूमि सरयू पल से 3 किलोमीटर दूर रामलीला संकुल की भूमि है जो 24 एकड़ है. यह संस्कृत विभाग की भूमि है. दोनों भूमि खाली पड़ी है. महेश शर्मा ने कहा कि वो एक टेक्नीकल कमेटी बनाएंगे जो अयोध्या आकर तय करेगी की किस भूमि में डिजिटल म्यूजियम बनना ठीक होगा.
खास बात यह है कि सोमवार को ही अखिलेश यादव की सरकार ने यह ऐलान किया कि वह अयोध्या में एक अंतरराष्ट्रीय थीम पार्क बनाएंगे जो राम का जीवन चित्र दिखाएगा. राज्य सरकार जहां थीम पार्क बनाना चाहती है वह जगह भी रामलीला संकुल ही है. यानी राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों ने अयोध्या को लेकर जो घोषणाएं की है वह अभी हवा हवाई है और कब तक जमीन पर उतरेंगी कहा नहीं जा सकता.
उधर बीजेपी के नेता विनय कटियार ने यह कहकर मामले को नया मोड़ दे दिया की रामायण संग्रहालय बनाना लॉलीपॉप जैसी चीज है और असल में सरकार को राम मंदिर बनाने के लिए काम करना चाहिए. महेश शर्मा की मौजूदगी में मंच से ही नृत्य गोपाल दास ने कहा कि मोदी को अपने इसी कार्यकाल में ही राम मंदिर का निर्माण काम शुरू कर देना चाहिए. महेश शर्मा से अयोध्या में जब विनय कटियार के बयान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कोई जवाब दिए बिना कन्नी काट ली.